बता दें कि गत शनिवार को परतापुर हवाई पट्टी पर प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने नागरिक उड्डयन निदेशक सुरेंद्र सिंह और एएआइ के रीजनल एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डीके कामरा समेत सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर बैठक की। नागरिक उड्डयन निदेशक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि भारत सरकार के नियमानुसार, दिल्ली एयरपोर्ट से 150 किमी तक कोई भी नया एयरपोर्ट शुरू करने के लिए दिल्ली में एयरपोर्ट संचालन करने वाली कंपनी जीएमआर से एनओसी लेना जरूरी होता है। उसी कंपनी को पहला अवसर भी दिया जाता है।
यह भी देखें: बनारस के स्वर्ण व्यापारी के साथ लाखों रुपये की लूट अभी तक मेरठ में एयरपोर्ट और व्यवसायिक हवाई उड़ान के लिए जीएमआर से अनुमति नहीं मिलना सबसे बड़ी बाधा थी। अब जीएमआर का दावा खत्म हो गया है। जीएमआर ने मेरठ से उड़ान में रुचि नहीं दिखाई। सरकार यहां सबसे पहले विमान की सेवा शुरू करके इसे लखनऊ, दिल्ली आदि शहरों से जोडऩा चाहती है। यहां इसके लिए पर्याप्त जमीन है। सैद्धांतिक सहमति के लिए इसका प्रस्ताव मुख्यमंत्री के पास भेज दिया है।