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गौरतलब है कि 9 जुलाई को बागपत जेल में सुबह लगभग 5 बजे ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड़ में उसी जेल में ही बंद कुख्यात सुनील राठी का नाम आया था। इस हत्याकांड के बाद राठी को दिल्ली की तिहाड़ जेल में स्थानांरित कर दिया गया। कुछ दिन पूर्व आईओ ने मुन्ना बंजरंगी हत्याकांड में चार्जसीट कोर्ट में दाखिल कर दी थी। कोर्ट ने इसे स्वीकार कर लिया था। इसे मामले को सुनवाई के लिए ट्रायल कोर्ट में फाइल प्रेषित की जानी थी। फाइल पर हस्ताक्षर करने के लिए सोमवार को राठी को सीजेएम कोर्ट में तलब किया गया था।
राठी के कोंर्ट में आने की सूचना पुलिस को सुबह उस समय लगी, जब पुलिस उसे तिहाड़ जेल से बागपत कोर्ट के लिए लेकर रवाना हुई। इस दौरान उसकी सुरक्षा को लेकर पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया। राठी के आने की सूचना के बाद कचहरी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाकचौबंद कर दी गई। कचहरी परिसर में कदम-कदम पर पुलिस नजर आ रही थी। स्थनीय पुलिस के अलावा पीएसी की एक प्लाटून परिसर में तैनात की गई थी। सीओ बागपत दिलीप कुमार और कोतवाल बागपत स्वयं सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले हुए थे। किसी भी व्यक्ति को बिना जांच के कचहरी परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया गया। लगभग 11 बजे राठी सीजेएम के कोर्ट में पेश हुआ और दस मिनट तक कोर्ट में रहा। इस दौरान कोर्ट परिसर के बाहर काफी भीड़ मौजूद थी। कोर्ट की कार्यवाही की प्रक्रिया पूरी होने के बाद राठी तिहाड़ जेल के लिए रवाना हो गया तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली।