विभाग ने कहा कि पोल्ट्री उत्पादों को अच्छे से पकाकर ही खाएं। पक्षियों में फैल रहे बर्ड फ्लू को लेकर वन विभाग भी सक्रिय हो गया है और हस्तिनापुर सेंचुरी समेत जनपद में अलर्ट घोषित कर दिया है। हालांकि अभी तक जनपद में किसी भी पक्षी में बर्ड फ्लू जैसे लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं।
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मुरादनगर श्मशान हादसा: सीएम योगी आज गाजियाबाद में, अधिकारियों में मची खलबली बता दें कि प्रत्येक वर्ष गंगा नदी की दलदली झीलों में नवंबर से लेकर मार्च तक प्रवासी पक्षियों का बसेरा रहता है। वहीं अप्रवासी पक्षी भी मुख्यत दिखाई देते रहते हैं। उनका कलरव देखने के लिए पर्यटक भी पहुंचते हैं। सेंचुरी क्षेत्र में इन पक्षियों की निगरानी के लिए भी विभाग सतर्क रहता है। इस समय गंगा की तलहटी व टापुओं पर विदेशी पक्षियों का कलरव देखा जा सकता है, परंतु मध्य प्रदेश, राजस्थान, केरल व हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू से पक्षियों की अप्राकृतिक मौत हो रही है।
हरियाणा के पंचकूला में चार लाख से अधिक मुर्गियों की मौत के बाद सरकार अलर्ट हो गई है। राजस्थान में तो भारी संख्या में कौवे, किंगफिशर व मैग्पाई आदि मरे हुए पाए गए हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश की पौंगडेम बर्ड सेंचुरी में भी प्रवासी पक्षियों के मरने की खबर आ रही है, जबकि केरल में बत्तखों की मौत बताई जा रही है। इन तमाम परिस्थितियों को देखते हुए वन विभाग द्वारा जनपद समेत सेंचुरी क्षेत्र में अलर्ट घोषित किया गया है और वन कर्मियों को लगातार निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।