कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मोदीपुरम के मौसम विज्ञानी डॉक्टर शाही ने बताया कि कुछ दिन पहले तक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और जम्मू कश्मीर के बार्डर गिलगिट के ऊपर सक्रिय हुआ था। इसकी वजह से मौसम प्रभावित हो हुआ था। पहाड़ी क्षेत्रों पर जबरदस्त बर्फबारी हो रही है जबकि मैदानी इलाकों में बूंदाबांदी और हल्की वर्षा से मौसम में परिवर्तन आया है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से चली तेज हवा मैदानी क्षेत्रों से आगे बढ़ी ओर दूसरी रही ओर से तूफानी चक्रवात ( Cyclone ) निवार के साथ नमी लिए हवा से टकरा गई। पश्चिम विक्षोभ संग चली एंटी क्लॉकवाइज हवा ने नमी लिए हवा को अपने में खींच लिया। नमी के चलते आसमान में बादल बन गए। यह बादल शाम के समय पृथ्वी से बाहर की ओर निकलने वाली गर्मी को रोक लेते हैं जिससे वातावरण गर्म रहता है। उन्होंने बताया कि फिलहाल अभी कोई नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं हुआ है। जबकि बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम पैदा होने के आसार हो गए हैं। सर्दी का सितम इस वर्ष रिकार्ड तोड़ सकता है।