
Muslims are making kanwar during discussion on Gyawapi Masjid
काँवड़ बनाने वाले मुख्य कारीगर अशरफ बताते हैं कि इस समय ज्ञानवापी का मामला कोर्ट में चल रहा है। वो ज्ञानवापी मामले पर नजर रखे हुए हैं और कांवड़ भी बना रहे हैं। पिछले दस साल से कांवड़ बनाते आ रहे अशरफ का कहना है कि मेरठ में जरा सी बात पर सांप्रदायिक तनाव हो जाता है। लेकिन इसका असर कभी भी त्यौहारों और पर्व पर नहीं पड़ता है।
10 साल से मुस्लिम परिवार बनाते हैं काँवड़
मेरठ में मुस्लिम समुदाय के युवक पिछले दस साल से एक अनोखी मिसाल पेश करते आ रहे हैं। मेरठ के सदर स्थित एक मस्जिद परिसर में शिवभक्तों के लिए कांवड़ तैयार की जाती है। कांवड़ तैयार करते हुए जब दिन में नमाज का समय होता है, तो नमाज पढ़कर फिर से कांवड़ बनाने में जुट जाते हैं। मस्जिद में बनी कांवड़ से गंगाजल लाकर मंदिर में शिव पर जलार्पण किया जाता है।
मस्जिद में काँवड़
मेरठ जिले की सदर स्थित मस्जिद परिसर में कांवड़ बनाने वाले अशरफ कहते हैं कि, वो पिछले 10 साल से कांवड़ बनाते आ रहे हैं। उनके पास सिर्फ मेरठ ही नहीं बल्कि दिल्ली और हरिद्वार तक से कांवड़ बनवाने के आर्डर आते हैं। उनका कहना है कि कांवड़ बनाने में मदद के लिए हिंदू युवक जो कि आसपास रहते हैं वो भी आते हैं।
Muslim Making Kanwar With Hindu
मस्जिद के भीतर ही हिंदू और मुस्लिम युवक दोनों मिलकर कांवड़ का निर्माण करते हैं। इस बार कुछ लोगों ने बुलडोजर कांवड़ बनवाने के आर्डर दिए हैं। जिसको वो तैयार कर रहे हैं। अशरफ का कहना है कि इस बार बुलड़ोजर कांवड़ की अधिक डिमांड है। इस कांवड़ की ऊचाई 15 फीट और इसकी लंबाई सात फीट है।
Published on:
16 Jul 2022 07:19 pm
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