आईएमए का कहना है कि इसमें सरकारी और निजी मेडिकल कालेजों के छात्र भी शामिल होंगे। चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने पतंजलि के सभी उत्पादों के बहिष्कार और अपने नाते-रिश्तेदारों को भी इस ओर प्रेरित करने की अपील की है। मेरठ के अलावा उत्तराखंड और अन्य प्रांतों के चिकित्सक भी बाबा के खिलाफ एकजुट होने लगे हैं।
ये है मामला बता दें कि बाबा रामदेव के खिलाफ आइएमए की उत्तराखंड शाखा पहले ही एक हजार करोड़ की मानहानि का नोटिस भेज चुकी है। वहीं,प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बाबा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी मांग की जा रही है। वहीं,अब रेजिडेंट डाक्टरों के सबसे बड़े संगठन फेडरेशन आफ रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन इंडिया ने आज एक जून को काला दिवस मनाने का एलान किया है। आईएमए का आरोप है कि बाबा रामदेव लगातार चिकित्सकों का अपमान कर रहे हैं।