दरअसल, मामला मेरठ के नौचंदी थाने का है। बताया जा रहा है कि बुधवार को दोपहर करीब दो बजे इंस्पेक्टर राम संजीवन पांच महिला कांस्टेबल के साथ मोबाइल पर गेम खेलने में मस्त थे। इस दौरान थानाध्यक्ष तपेश्वर सागर थाने में आने वाले लोगों की शिकायत सुन रहे थे। वहीं पुलिसकर्मी मोबाइल पर गेम खेलने में इतने व्यस्त थे कि थाने के बाहर खड़े कुछ फरियादियों ने उनकी वीडियो बना ली और थानाध्यक्ष के सामने आपत्ति दर्ज कराते हुए बतौर सबूत वीडियो भी दिखाई।
लोगों की शिकायत के बाद थानाध्यक्ष ने महिला कांस्टेबल के साथ गेम खेल रहे इंस्पेक्टर को अपने कार्यालय में बुलाया और इस पर आपत्ति जताई, लेकिन इंस्पेक्टर ने अपनी गलती मानने के बजाय थानाध्यक्ष से कहा कि गेम खेलने में क्या बुराई है। अपराध निरीक्षक का टका सा जवाब सुनकर थानाध्यक्ष चुप हो गए।
थानाध्यक्ष बोले- महिला पुलिसकर्मियों से मांगा जाएगा जवाब अब नौचंदी थानाध्यक्ष तपेश्वर सागर का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी। ड्यूटी के दौरान इस तरह मोबाइल पर गेम खेलना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि थाने में ड्यूटी के दौरान फरियादियों की शिकायतें सुनना पुलिस की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि गेम खेलने वाली महिला पुलिसकर्मियों से भी जवाब मांगा जाएगा।
एसएसपी बोले- ड्यूटी के दौरान गेम खेलने पर होगी कार्रवाई वहीं इस संबंध में जब मेरठ एसएसपी अजय साहनी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि थाने में अपराध निरीक्षक की कई जिम्मेदारी होती हैं। अगर वह महिला पुलिसकर्मियों के साथ ड्यूटी पर गेम खेल रहे थे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने मामले की जांच एसपी सिटी को सौंपने की बात भी कही।