यह कहा ज्योतिषाचार्य ने ज्योतिषाचार्य कैलाश नाथ द्विवेदी के अनुसार, शास्त्रों में पीपल के वृक्ष को सबसे अधिक महत्व दिया गया है। पीपल के वृक्ष को देव वृक्ष भी कहा गया है। इस पेड़ की मात्र परिक्रमा से ही कालसर्प जैसे ग्रह योग के बुरे प्रभावों से छुटकारा मिल जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस वृक्ष में सभी देवी-देवताओं का वास भी माना गया है। इस पेड़ के नीचे विराजमान हनुमान की मूर्ति की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। नित्य पीपल के पेड़ के नीचे रखी हनुमान की मूर्ति की पूजा करने से जीवन में आ रही समस्त प्रकार की बाधाएं दूर हो जाती हैं। गीता में तो भगवान श्री कृष्ण ने पीपल के वृक्ष को स्वयं अपना ही स्वरूप बताया है। पंडित द्विवेदी के अनुसार, शास्त्रों में कहा गया है कि ‘‘अष्वत्थः पूजितोयत्र पूजिताःसर्व देवताः” अर्थात पीपल की पूजा करने से एक साथ सभी देवताओं की पूजा का फल प्राप्त हो जाता है।
शनिवार के दिन करें ऐसे पूजा कैलाश नाथ द्विवेदी के अनुसार, यदि आपकी पर्स हमेशा खाली रहती है और मां लक्ष्मी की कृपा आपके ऊपर नहीं बन पा रही है तो आपको शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। इसके बाद एक पीपल का पत्ता तोड़ लीजिए। फिर उसे गंगा जल से धोकर धूप या दीप आदि देकर अपने पर्स में रख लेना चाहिए। यह प्रक्रिया सात शनिवार तक करनी है। इससे शीध्र ही शुभ फल की प्राप्ति होगी।
शिवलिंग की पूजा भी करें यदि आपको धन से जुड़ी कोई समस्या है तो इसके लिए आपको पीपल के पेड़ के नीचे हनुमान की मूर्ति के साथ शिवलिंग की पूजा भी करनी चाहिए। नियमित रूप से पूजा व अर्चना करने से आपके जीवन से सारे कलेश खत्म हो जाएंगे। व्यक्ति धन-धान्य से परिपूर्ण हो जाएगा।
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