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भीम आर्मी प्रमुख ने दिया विवादित बयान- हमारे यहां शेर भी खूंटे से बंधते हैं, चमड़ा उतारने आैर जूता बनाने के साथ सिर पर मारना भी जानते हैं 21 जनवरी को सुबह पड़ेगा चंद्रग्रहण अचार्य हबीब के अनुसार उपरोक्त देशों में रहने वाले ग्रहण के प्रभाव को जानने वाले ही सूतक के नियमों का पालन करेंगे। उनमें भी बच्चे, बूढ़े एवं रोगी इसके लिए बाध्य नहीं होंगे। इस खग्रास ग्रहण को हम भारतीय समय अनुसार प्रातः 9 बजकर तीन मिनट से लेकर दोपहर के 12 बजकर 21 मिनट तक मान सकते हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय ज्योतिष के अनुसार यह ग्रहण भारतीय पर्व की श्रेणी में नहीं आता। इसलिए इसका कोई असर भारत पर नहीं पड़ेगा न ही अपने देशवासियों पर इसका कोई प्रभाव होगा। उन्होंने कहा कि देश में चूंकि न तो दिखाई देगा और न ही इसका कोई कुभाव व प्रभाव होगा इसलिए इसको मानने का कोई सवाल ही नहीं है।
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दौरों पर मुख्यमंत्री के स्वागत आैर उपहार देने पर प्रतिबंध, सिर्फ एक फूल से करेंगे आगवानी, ये है नर्इ गाइडलाइन नहीं लगेगा सूतक, खुलेंगे मंदिर के कपाट उन्होंने बताया कि ग्रहण काल के दौरान देश में सूतक काल नहीं लगेगा। इस दौरान मंदिर के कपाट भी खुले रहेंगे। इस दौरान पूजा-पाठ और सभी जरूरी कार्य किए जा सकते हैं।
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राम रहीम को सजा मिलने के बाद आश्रम में फिर हुआ ऐसा काम कि मच गया हड़कंप, देखें वीडियो गर्भवती महिलाओं को घबरान की जरूरत नहीं ग्रहण के दौरान फैलाई जा रही भ्रांतियों के लिए बता दें कि इस ग्रहण को भारत, चीन, नेपाल, पाकिस्तान, भूटान, बाग्लादेश आदि देशों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इन देशों में ग्रहण दिखाई भी नहीं देगा। इसलिए गर्भवती महिलाओं को भी इससे परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। हबीब ने बताया कि ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं ठीक उसी तरह से रहें जैसे वह अन्य दिनों में रहती हैं।