यह भी पढ़ेंः कोटा से 27 छात्र-छात्राओं को लेकर बस पहुंची मेरठ, स्वास्थ्य विभाग की टीमें जांच में जुटी यह है पूरा मामला मेरठ के मवाना रोड स्थित वेलेंटिस कैंसर अस्पताल के प्रबंधन ने अखबार के विज्ञापन देकर तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों पर कोरोना वायरस का संक्रमण फैलाने का आरोप लगाया था। इसमें कहा गया कि तब्लीगी जमात से जुड़े कुछ विदेशी और भारतीय के देश के विभिन्न स्थानों पर जाकर व छिपे होने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण की अप्रत्याशित वृद्धि हुई है और मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अस्पताल ने अपने विज्ञापन में कहा था कि तब्लीगी जमात के संक्रमित लोगों को देशभर के अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है, लेकिन ये लोग डॉक्टरों और अन्य मेडिकल स्टाफ के साथ बदतमीजी करते हैं। डॉक्टरों के निर्देशों को नहीं मानते। साथ ही साफ-सफाई संबंधी निर्देश भी नहीं मानते हैं। इस कारण न सिर्फ अन्य समाज बल्कि स्वयं धर्म विशेष के लोगों में भी ये संक्रमण फैला रहे हैं। यदि उन्हें हॉस्पिटल आना हो, तो खुद और एक तीमारदार की जांच कराएं। जांच रिपोर्ट निगेटिव हो, तभी अस्पताल आएं।
यह भी पढ़ेंः Meerut: लॉकडाउन के दौरान बाजार खुलने और भीड़भाड़ का वीडियो वायरल, एसएसपी ने शुरू कराई जांच हड़कंप मचने के बाद मांगी माफी वेलेंटिस कैंसर अस्पताल का विज्ञापन जारी होने के बाद यह अस्पताल चर्चा में आ गया। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने अगले दिन विज्ञापन के जरिए स्पष्टीकरण देते हुए माफी मांग ली। इसमें कहा गया कि धर्म विशेष से जुड़े लोगों को प्रकाशित सूचना से ठेस पहुंची है। भूल से कुछ गलत संदेश चला गया, जो हमारा मकसद नहीं था। इसलिए अपने विज्ञापन का खंडन करने के साथ ही हम हृदय से खेद व्यक्त करते हुए माफी मांगते हैं।