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Meerut: यूपी में दो आतंकियों के घुसने की सूचना पर वेस्ट यूपी में भी अलर्ट 9 मिनट 24 सेंकेड की इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म को पुलिस ने जारी कर दिया। बताया जाता है कि जिन जिलों में भी हिंसा हुई थी उन सभी जिलों में इन डाक्यूमेंट्री पर तेजी से काम चल रहा है। यह वीडियो सभी राज्यों की पुलिस को भेजी जाएंगी, ताकि दंगा नियंत्रण में ये फिल्में मददगार हो सकें।
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कांग्रेसी नेताओं ने जेएनयू में हमला बतायी गहरी साजिश, कहा- डंडे के दम पर लोकतंत्र में आवाज दबाने की कोशिश पिछले दिनों कर्नाटक राज्य के मैंगलुरु शहर में हिंसा हुई थी। हिंसा के बाद मैंगलुरु पुलिस ने डॉक्यूमेंट्री जारी की। इसे सोशल मीडिया पर काफी सराहा गया। इसी तर्ज पर प्रदेश पुलिस हिंसा प्रभावित जनपदों में डॉक्यूमेंट्री फिल्में तैयार की है। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि फिल्म बनाने का मकसद यह बताना है कि कठिन परिस्थितियों में भी उप्र पुलिस ने हिंसा को कैसे कंट्रोल किया।
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Weather Alert: सर्द हवाएं चलने के बाद शुरू हुई बूंदाबांदी, बढ़ सकती हैं स्कूलों की छुट्टियां बता दें कि पिछले दिनों नागरिकता कानून को लेकर हिंसा में प्रदेश के दो दर्जन से ज्यादा जिले प्रभावित हुए थे। प्रदेश में सबसे ज्यादा छह मौतें मेरठ में हुई थीं। मेरठ पुलिस ने रविवार को 9.24 मिनट की डॉक्यूमेंट्री जारी कर दी। इस फिल्म का शीर्षक ‘सीएए के खिलाफ मेरठ युद्धग्रस्त देश जैसाश् रखा गया है। यह शांतिपूर्वक प्रदर्शन था या जानलेवा दंगे थे, इसकी सच्चाई बताई गई है। फिल्म की शुरुआत जामा मस्जिद से है, जहां जुमे की नमाज से पहले काली पट्टियां बांटी र्गइं। इसके बाद हिंसक प्रदर्शन हुआ और पुलिस पर पथराव कर दिया गया। मेरठ पुलिस ने आंकड़ा दिया है कि हिंसा के बाद नगर निगम ने 44 ट्रॉली पत्थर उठवाए। इसके बाद भीड़ की तरफ से फायरिंग करते हुए कुछ वीडियो दिखाए गए हैं।