कोरोना संक्रमण ( Raksha Bandhan 2021 ) के कारण जिला कारागार में मिलाई की प्रक्रिया करीब 18 महीने तक बंद है। हाल ही में शासन के निर्देश पर मिलाई की प्रक्रिया शुरू हुई, जिससे बहनों की भाई से मिलने की उम्मीद भी बढ़ गई। उम्मीद की जा रही थी कि शासन त्योहार को लेकर गाइड लाइन जारी करेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद जेल प्रशासन अपने स्तर से व्यवस्था तैयार करने में जुट गया है।
स्कैनिंग के लिए अतिरिक्त स्टाल बनाए गए
जेलर राजेंद्र सिंह ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन करीब 1400 से 1600 बहनें जेल आती हैं। इसको देखते हुए त्योहार वाले दिन सुबह सात बजे से पर्ची बननी शुरू हो जाएगी। नियमानुसार जो भी महिला जेल पर आएंगी, उसे हर दशा में भाई से मिलने का अवसर दिया जाएगा, भले ही शाम क्यों न हो जाए। जेल के रास्ते पर पानी और धूप से बचने की भी व्यवस्था बनाई गई है। जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि शासन स्तर से कोई अतिरिक्त गाइड लाइन नहीं आई है। ऐसे में मिलाई के लिए बनाए नियम ही यहां लागू होंगे। सुरक्षा के साथ-साथ साफ-सफाई, धूप से बचने के लिए और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
जेलर राजेंद्र सिंह ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन करीब 1400 से 1600 बहनें जेल आती हैं। इसको देखते हुए त्योहार वाले दिन सुबह सात बजे से पर्ची बननी शुरू हो जाएगी। नियमानुसार जो भी महिला जेल पर आएंगी, उसे हर दशा में भाई से मिलने का अवसर दिया जाएगा, भले ही शाम क्यों न हो जाए। जेल के रास्ते पर पानी और धूप से बचने की भी व्यवस्था बनाई गई है। जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि शासन स्तर से कोई अतिरिक्त गाइड लाइन नहीं आई है। ऐसे में मिलाई के लिए बनाए नियम ही यहां लागू होंगे। सुरक्षा के साथ-साथ साफ-सफाई, धूप से बचने के लिए और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।