UP Weather Update: उमस भरी गर्मी से बेहाल इन जिलों में 48 घंटे तक भारी बारिश की चेतावनी
पंडित भारत ज्ञान भूषण के अऩुसार शिव के मस्तक पर विराजे चंद्रमा अपनी स्वराशि कर्क में होने से भक्तों के लिए कल्याणकारी योग बन रहे हैं। शिव उपासक त्रिनेत्री शिव त्रिशूल के तीन भाल शिव जटा में तीन श्रृंगार सर्प, गंगा, चंद्र का ध्यान करते हुए तीन चंद्र पदार्थ जल, दूध, अक्षत अर्पित करने से हलाहल विष पाए भगवान रुद्र अमृतेश्वर के रूप से वरदान प्राप्त करने के योग बन सकेंगे तथा भगवान शिव के अभिषेक से हलाहल विष का ताप शांत हो सकेगा और इसके साथ की भगवान शिव की कृपा मिलेगी।लाभामृत योग सुबह 07:25 से 10:46 बजे तक
अभिजित योग दोपहर 12:00 से 12:53 बजे तक
शुभ योग दोपहर 12:26 से 02:07 बजे तक
लाभ योग रात्रि 09:47 से 11:07 बजे तक
रोग निवारण के लिए कुशा युक्त जल से करें अभिषेक
स्थिर लक्ष्मी के लिए घी और शहद से करें अभिषेक
पुत्र प्राप्ति के लिए शर्करा मिश्रित दूध से करें अभिषेक
संतान प्राप्ति के लिए गाय के दूध से करें अभिषेक
वंश वृद्धि एवं आरोग्य के लिए घी करें अभिषेक
बुखार दूर करने के लिए जल से करें अभिषेक
विरोधियों से मुक्ति के लिए सरसों के तेल से करें अभिषेक
तपेदिक रोग से मुक्ति के लिए शहद से करें अभिषेक