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UP में हाई अलर्ट: राम मंदिर निर्माण के चलते बढ़ाई गई सुरक्षा, पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द विहिप के गोपाल शर्मा ने कहा अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो इसके लिए हिंदू समाज ने एक लंबे कालखंड तक लड़ाई लड़ी है और इस लड़ाई को जब से विश्व हिंदू परिषद ने अपने हाथ में लिया है, तबसे इस आंदोलन में तीव्र गति आई। अशोक सिंघल का सपना था कि श्री राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण हो। अशोक सिंघल के सपने को राम भक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में माननीय उच्चतम न्यायालय के द्वारा राम मंदिर के पक्ष में निर्णय दिया गया। आज यह बड़े हर्ष का विषय है कि 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया जाएगा।
कोरोना महामारी के चलते मेरठ के वासियों के लिए यह तो संभव नहीं हो पाया कि वह इस भूमि पूजन में उपस्थित रह सकें। इसलिए मेरठवासियों ने मेरठ के तीन पवित्र धार्मिक स्थलों की मिट्टी को अयोध्या के लिए भेज दिया है। अयोध्या में शीघ्र राम मंदिर का निर्माण हो। इसके लिए गोपाल शर्मा के नेतृत्व में वर्ष 2018 में 150 विहिप, बजरंगदल के कार्यकर्ता मेरठ से चलकर हरिद्वार से राम मंदिर मॉडल की कांवड़ लेकर आये और प्रसिद्ध औघड़नाथ मन्दिर पर जल चढ़ाया और बाबा भोलेनाथ ने एक वर्ष में ही मनोकामना पूर्ण की। इस वर्ष राम मंदिर की कांवड़ का जोड़ा पूरा करना था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते संभव नहीं हो पाया। अगले वर्ष परिस्थिति अनुकूल रही तो राम मंदिर की कांवड़ का जोड़ा पूरा करेंगे।
गोपाल शर्मा ने कहा यह राम राज्य की स्थापना होने जा रही हैं। 5 अगस्त को संपूर्ण देश के अंदर भूमि पूजन को दीपावली पर्व की तरह मनाएगा। इस मौके पर मुख्य रूप से शिव दास महाराज, महामंडलेश्वर महेन्द्रदास महाराज, पवन कश्यप, हिमांशु शर्मा, अर्चित जैन, अमित त्यागी, सचिन कंसल, अंकित त्रिपाठी, गौरव प्रताप व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।