ऐसे में साफ है कि अब तक खूब माैज मस्ती हुई अब जरा पढाई पर ध्यान लगा लीजिए। यह अलग बात है कि इस बार परीक्षा देने जा रहे छात्रों की समस्या को देखते हुए बोर्ड पहले ही 30 फीसद कोर्स को कम कर दिया है और अभी भी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए छात्रों को ज्यादा से ज्यादा मौका देने पर विचार हो रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मानें तो इस बार 70 फीसद कोर्स में ही बोर्ड परीक्षाएं कराई जाएंगी। वहीं परीक्षार्थियों को ज्यादा से ज्यादा मौका देने के लिए मार्च के अंत तक बोर्ड परीक्षाएं कराने की तैयारी है। अधिकारियों का मानना है कि हो सकता है कि हर बार फरवरी से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षाओं के समय को टाला जाए जिससे परीक्षार्थियों को तैयारी का ज्यादा से ज्यादा मौका मिल सके।
पिछले कुछ वर्षों से माध्यमिक शिक्षा परिषद फरवरी में ही परीक्षाओं का आयोजन शुरू कर देता है लेकिन इस बार कोरोना को देखते हुए परीक्षाएँ मार्च के अंत तक आयोजित कराई जाएंगी। यूपी बोर्ड की तरह सीबीएसई बोर्ड भी पहले ही कोर्स को घटा चुका है। सीबीएसई में भी 70 फीसद कोर्स से ही सवाल परीक्षाओं में पूछे जाएंगे। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी परीक्षार्थियों के फार्म भरे जाने के बाद शिक्षा परिषद के अग्रिम निर्देशों के इंतजार में हैं। यूपी बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय के श्रेत्रीय अधिकारी राणा सहस्त्राशु सुमन ने बताया कि परीक्षा की तैयारियां जोरों पर हैं। अधिकाश तैयारियां कोविड-19 को देखते हुए पूरी की जा रही हैं।