नई दिल्ली। पीएम मोदी के गृह नगर से सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। इस खबर ने पूरे देश को सकते में डाल दिया है। जी हां गुजरात इन दिनों एक जानलेवा वायरल क्रीमियन-कांगो हेमौरेजिक फीवर (CCHF) की चपेट में है। इस वायरस के प्रकोप के चलते गुजरात के कई जिलों में कोहराम मच गया है। यहां इस जानलेवा बीमारी के 30 संदिग्ध मामले सामने आए हैं। यही नहीं इस वायरस ने अब तक 2 महिलाओं समेत तीन लोगों की जान भी ले ली है। इस वायरस के बाद गुजरात से सटे राज्य भी सकते में आ गए हैं।
इन राज्यों में मंडरा रहा खतरा गुजरात में मचे कोहराम के बाद उसके आस-पास के राज्य भी अलर्ट हो गए हैं। जिन लोगों में कांगो वायरस के लक्षण मिले हैं, उनमें से ज्यादातर यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश के मजदूर हैं।
चिकित्सक बता रहे हैं कि ये पालतू पशुओं के जरिये ही फैलता है। आपको बता दें कि इससे पहले ‘चांदीपुरा’ वायरस का प्रकोप भी देखने को मिला था। इस वायरस ने छोटे बच्चों को शिकार बनाया।
गुजरात के मोरबी जिले में इस खतरनाक वायरस के 11 संदिग्ध मामले पाए गए हैं। उन लोगों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वे सभी 11 लोग प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करते हैं।
इलाज के तरीके तलाशने में जुटी टीम जिन लोगों में वायरस मिले हैं वे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के मजदूर हैं। उन लोगों के रक्त के नमूने लैब भेजे गए हैं। जो रिजल्ट मिलेगा, उसके आधार पर आगे की तैयारी की जाएगी। इस वायरस के लक्षण मिलने पर स्वास्थ्य विभाग इलाज के तरीके भी ढूंढ रहा है। इन देशों से आया वायरस भारत में गुजरात से पहले कांगो वायरस का हमला कहीं नहीं हुआ था।
यह जानलेवा संक्रमण पाकिस्तान, अफ्रीका, यूरोप एवं अन्य कुछ एशियाई देशों में फैलता था। वर्ष 2001 के दौरान कोसोवो, अल्बानिया, ईरान, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका में इसके काफी केसेज दर्ज किए गए। इस बीमारी की चपेट में आने वाले व्यक्तियों की मौत की आशंका बहुत ज्यादा होती है। एक बार संक्रमित हो जाने पर इसे पूरी तरह से शरीर में फैलने में तीन से नौ दिन लग सकते हैं।
ये हैं लक्षण कांगो वायरस से संक्रमित होने पर बुखार के एहसास के साथ शरीर की मांसपेशियों में दर्द, चक्कर आना और सर में दर्द होता है। आँखों में जलन होती है और रोशनी से डर लगने लगता है। कुछ लोगों को पीठ में दर्द और मितली होती है और गला बैठ जाता है।