देश में कोविड-19 के नए मामलों में कमी पर डरा रहे हैं यह आंकड़े, जानिए ये 10 फैक्ट
उन्होंने बताया कि दो बैच में कुल 27 सैम्पल जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें से 26 में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। आठ सैम्पल्स तीसरे बैच में भेजे गए थे, जिनमें से तीन में इन्फेक्शन पाया गया है।भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा शुरू, टीवी पर कर सकेंगे लाइव दर्शन
स्वास्थ्य मंत्री जॉर्ज ने बताया कि 500 ट्रिप्लेक्स किट तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज को दिए गए हैं, इन किट्स के जरिए इन्फेक्शन के साथ-साथ डेंगू, चिकनगुनिया और जीका वायरस के आरएनए में अंतर को बताया जा सकता है। इनके अलावा 500 सिंगलप्लेक्स किट दिये गये हैं, जिनके माध्यम से केवल जीका वायरस का पता लगाया जा सकेगा। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सरकार को कुल एनआईवी, पुणे से कुल 2100 किट्स मिले थे जिनमें से एक हजार तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज को, 300 किट त्रिशूर को, 300 कोझिकोड को और 500 किट एनआईवी, अलप्पुझा को दिए गए हैं।यह एडीज मच्छरों से फैलने वाला वायरल संक्रमण है। इन्हीं मच्छरों के जरिए डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारियां भी फैलती हैं। ये मच्छर दिन के समय सक्रिय रहते हैं। संक्रमण होने के बाद मरीजों में बुखार, स्किन पर रैशेज, कंजक्टिवाइटिस, मसल्स तथा जोड़ों में दर्द, सिरदर्द और बैचेगी जैसे सामान्य लक्षण दिखाई देते हैं। संक्रमण के लक्षण मरीज के इन्फेक्टेड होने के लगभग 3 से 14 दिनों के बीच दिखाई देते हैं। ये लक्षण मरीज में 2 से 7 दिनों तक दिखाई दे सकते हैं।