ममता के विधायक रत्ना घोष के बिगड़े बोल, कहा- ‘सुरक्षा बलों ने परेशान किया तो झाड़ू लेकर भगाएंगे’ बेरोजगारी दर बढ़कर हुई 6 फीसदी सीएसई की रिपोर्ट में बताया गया है कि 2016 के बाद बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा है। देश में बेरोजगारी दर बढ़कर 2018 में अपने उच्चतम शिखर पर पहुंच गया है। वर्तमान में बेरोजगारी दर 6 प्रतिशत हो गई है। यह 2000 से लेकर 2010 के दशक के बेरोजगारी दर से दोगुनी है।
VIDEO: चंद्रबाबू नायडू ने भाजपा को घेरा, 50% वीवीपैट वोटों की गिनती से बढ़ेगी EC की विश्वसनीयता 20 से 24 के युवाओं में बेरोजगारी सबसे ज्यादा सीएसई की ओर से रोजगार और मजदूरी विषय पर ‘स्टेट ऑफ वर्किंग इंडिया-2019’ नाम जारी रिपोर्ट के मुताबिक 20-24 आयु वर्ग में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। यह गंभीर चिंता का विषय इसलिए है क्योंकि भारत युवा कामगारों का देश है। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के पुरुषों और महिलाओं समान रूप से लागू होता है।
नोटबंदी का महिलाओं पर असर ज्यादा सेंटर ऑफ सस्टेनेबल एम्प्लॉयमेंट रिपोर्ट के मुताबिक पुरुषों की तुलना में महिलाओं पर नोटबंदी का असर ज्यादा हुआ है। ऐसा इसलिए कि महिलाओं में बेरोजगारी दर सबसे अधिक होती है। साथ ही कामगार वर्ग में भी उनकी हिस्सेदारी कम होती है।
निर्मला सीतारमण: पूर्व सैन्य अधिकारियों के इनकार से राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी … विपक्ष को मिला हमला बोलने का मौका लोकसभा चुनाव के दौरान इस रिपोर्ट के आने से विपक्षी पार्टियों को बेरोजगारी को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोलने का एक और मौका मिल गया है। चुनाव पूर्व के सर्वेक्षणों में भी रोजगार लगातार सबसे बड़े मुद्दे के तौर पर उभरकर सामने आया है।