मालूम हो कि लॉकडाउन के दौरान दो महीने तक सभी हवाई उड़ाने सेवाओं को बंद रखा गया था। बाद में केंद्र सरकार ने 25 मई से घरेलू उड़ान सेवा शुरू करने की मंजूरी दी थी। हालांकि तब केवल33 फीसदी कैपेसिटी के साथ ही फ्लाइट्स ऑपरेट करने की छूट दी गई थी। बाद में मांग बढ़ने पर सरकार ने लगातार इसमें इजाफा किया। 26 जून को सरकार ने इसकी सीमा को बढ़ाकर जहां 45 फीसदी किया। वहीं 2 सितंबर को 60 फीसदी, नवंबर से 70 और फिर दिसंबर में 80 प्रतिशत कैपासिटी के साथ उड़ान भरने की अनुमति दी गई। हालांकि इंटरनेेशनल काॅर्मशियल फ्लाइट्स पर प्रतिबंध 28 फरवरी तक बढ़ा दी गई है।