लेकिन आंतक से परे आस्था की इस यात्रा को सोमवार से फिर शुरु करते हुए श्रद्धालुओं का जत्था रवाना कर दिया गया है।
कश्मीर: बुरहान वानी की दूसरी बरसी पर घाटी में हाई अलर्ट, अमरनाथ यात्रा स्थगित बता दें कि रविवार को भी बालटाल और पहलगाम बेस कैंपों में पहले से रुके यात्रियों को ही बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए भेजा गया था। इसी क्रम में 11वें दिन लगभग 11282 भक्तों ने भोलेनाथ के दर्शन किए।
गौरतलब है कि रविवार को सुरक्षा कारणों की वजह से जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर वाहनों के आने-जाने पर रोक लगा दी गई थी, जिससे कई पर्यटकों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। दिन के लगभग 12 बजे के बाद ही
कई ट्रकों के साथ सिर्फ निजी वाहनों को ही आगे भेजा गया। भगवती नगर शिविर से यात्रियों को आगे नहीं भेजा गया। यहां शाम तक करीब 2500 यात्री पहुंच गए थे। वहीं राजौरी और पुंछ में भी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी लगा दी गई थी।
निजी वाहनों को भी नगरोटा सहित कई जगहों पर रोका गया। इससे कई जगहों पर यात्रियों ने विरोध भी किया। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो सोमवार का यात्रा तो शुरू कर दी जाएगी लेकिन सुबह 11.30 बजे के बाद से घाटी में वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी जाएगी। हाईवे ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि घाटी में सुरक्षा को देखते हुए ऐसा किया जा रहा है।
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश ने अमरनाथ यात्रा पर कई बार रोक लगाई। जिससे यात्रियों को कई मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा। बावजूद इसके श्रद्धालुओं का आस्था में कोई कमी नहीं आई और सोमवार को भोले के दर्शन करने वाले यात्रियों का आंकड़ा एक लाख के पार हो जाएगा। रविवार को ये आंकड़ा लगभग 94412 था, जो सोमवार को एक लाख पार हो जाएगा।