इस बात कि जानकारी सेना प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने दी और बताया कि सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने चिनार कार्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट के साथ फॉर्मेशन मुख्यालय का दौरा किया। वहां उन्होंने सैनिकों और सुरक्षा की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली और वहां के हालातों को समझते हुए उचित कदम उठाने के बारे में भी चर्चा की।
बता दें कि सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्था के संचालन का भी ब्यौरा दिया। साथ ही सेना प्रमुख ने बताया कि अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए हमने सारी सुरक्षा व्यवस्थाएं कर ली हैं और हमारे जवान भी इसके लिए तैयार हैं। बता दें कि अमरनाथ की यात्रा 27 जून से शुरू होने वाली है, जो अगस्त तक चलेगी।
कश्मीर की ‘आजादी’ मांगने वालों को बिपिन रावत की वॉर्निंग, सेना से मत उलझो गौततलब है कि अमरनाथ का यात्रा शुरू होने से पहले ही घाटी में आंतकी गतिविधियां शुरू हो जाती हैं और हमले का डर बना रहता है। इसी बात को
ध्यान में रखकर सेना प्रमुख ने ये कदम उठाया है।
बच्चों के साथ सेना प्रमुख बिपिन रावत ने साझा किया अनुभव, सेना का जीवन हमेशा आकर्षित करता था वहीं संघर्षविराम पर बात करते हुए विपिन रावत ने बताया कि सरकार के फैसले के अनुसार रमजान के बाद भी संघर्षविराम जारी रहेगा क्योंकि इससे घाटी में शांति की व्यवस्था बनी हुई है और हालात भी सुधरे हैं। आगे उन्होंने जानकारी दी कि संघर्षविराम के बाद से घाटी में पत्थरबाजी की घटनाओं में भी कमी आई है।