दरअसल, बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने मंगलवार को इस मामले को लेकर अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया। मंत्री संजय झा ने ट्वीट में लिखा कि बिहार बक्सर जिले के चौसा के पास गंगा नदी में बहते हुए शव एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, जिसका राज्य सरकार ने संज्ञान लिया है। उन्होंने आगे लिखा कि ये शव उत्तर प्रदेश से बहकर बिहार आए हैं। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद डॉक्टरों ने पुष्टि की है कि ये सभी शव चार-पांच दिन पुराने हैं। आपको बता दें कि संजय झा नीतीश कुमार के नजदीकी माने जाने वाले मंत्रियों में से एक हैं।
संजय झा ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि बरामद 71 शवों का अंतिम संस्कार प्रोटोकॉल से कर दिया गया है। भविष्य में ऐसा फिर से न हो इसलिए उत्तर प्रदेश की सीमा पर रानीघाट में गंगा नदी में जाल लगा दिया गया है। उन्होंने लिखा कि हम लोगों ने उत्तर प्रदेश प्रशासन से अनुरोध किया है कि वे अलर्ट रहें और बक्सर जिला प्रशासन भी अलर्ट है। हमने सभी को सलाह दी है कि वे मृत व्यक्ति और गंगा मां को पूरा सम्मान दें। इस घटना से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दुखी बताए जाते हैं।
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मंत्री झा ने एक अन्य ट्वीट में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस घटना और गंगा नदी को पहुंचे नुकसान से दुखी हैं। खास तौर से वे गंगा नदी की शुद्धता और निरंतर प्रवाह को लेकर चिन्तित रहते हैं। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया है कि क्षेत्र में गश्ती और बढ़ाई जाए जिससे इस तरह की घटना दोबारा नहीं हो। गौरतलब है कि सोमवार को बक्सर के चौसा में गंगा नदी में कई शवों को तैरते हुए देखा गया था। इसके बाद क्षेत्र में गश्ती बढ़ा दी गई है।