20 दिसंबर को शाहजंहापुर बॉर्डर पर अनिश्चितकालीन धरना और प्रदर्शन
अमरिंदर सिंह ने कहा है कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार के ठीक उलट, जो कॉरपोरेट घरानों के टुकड़ों पर पनप रही है। जबकि हमने ना तो अडानी पावर के साथ कोई समझौता किया है और न ही राज्य में बिजली खरीद के लिए किसी के साथ बोली लगाई है।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार बेशर्मी से 23 नवंबर को काले कृषि कानूनों को अधिसूचित कर रही थी, ऐसे समय में जब किसान कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए दिल्ली तक मार्च करने की तैयारी कर रहे थे। और अब वे किसानों की भूख हड़ताल के समर्थन में उपवास करने की बात कर रहे हैं।
अमरिंदर ने केजरीवाल पर हमलावर होते हुए कहा कि जब हमारे किसान उनके शहर के बाहर की सड़कों पर ठंड का सामना कर रहे हैं। उस वक्त केजरीवाल ये सोच रहे हैं कि मौके का कैसे ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाया जाए। शर्म नहीं आती आपको।
अडानी-अम्बानी के उत्पादों का बहिष्कार करेंगे किसान, आंदोलन को करेंगे और तेज
अमरिंदर सिंह ने आगे कहा केजरीवाल की और उनकी पार्टी राजनीति करने में व्यस्त हैं.। उन्होंने कहा कि केजरीवाल किसानों के हमदर्द नहीं हैं। बल्कि वे इसका फायदा उठाना चाहते हैं।
बता दें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों के समर्थन में कल यानि सोमवार को एक दिन का उपवास रखने का ऐलान किया है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ आम जनता से अपील किया है सब लोग अपने घरों में एक दिन का उपवास रखकर किसानों की मांगों का समर्थन करें।