कॉल ड्रॉप की समस्या से दो चार हुए पीएम मोदी, दूरसंचार विभाग को तत्काल समाधान खोजने के दिए निर्देश
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास सोमवार की रात को संथाल परगणा के दौरे पर निकले थे। इसी बीच उनके मोबाइल से नेटवर्क गायब हो गया। इसके बाद सीएम साहब का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। गुस्सा से लाल-पीला हो चुके सीएम रघुबर दास ने फौरन ही दुमका बीएसएनएल के टीडीएम पीके सिंह व जेटीओ सह एसडीई संजीव कुमार को घर से बुलाया और दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया। दोनों अधिकारियों को रात 12 बजे से तीन बजे तक जेल की हवा खानी पड़ गई। हालांकि बाद में दोनों को छोड़ दिया गया। बता दें कि सीएम रघुबर दास रात्रि विश्राम के लिए दुमका के राजभवन में रुके थे। उस स्थान पर बीएसएनल का नेटवर्क था जो कि उनके मोबाइल में काम नहीं कर रहा था। इससे सीएम साहब गुस्सा हो गए। फौरन ही दोनों बीएसएनएल के अधिकारियों को बुलावा भेजा और सजा भी सुना दी। सीएम ने दोनों अधिकारियों से इस संबंध में सवाल-जवाब किया लेकिन वे सही से जवाब नहीं दे सके, जिसके बाद सीएम रघुबर दास ने दोनों को जेल भेजने का निर्देश दे दिया। बता दें कि दोनों अधिकारियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किाय गया है।