दरअसल उद्धव ठाकरे राजनीति में आने से पहले ना सिर्फ एक अच्छे बिजनेसमैन रहे बल्कि बेहतरीन फोटोग्राफर भी हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि महाराष्ट्र नए नवेले सीएम उद्धव ठाकरे का सांपों से खास कनेक्शन है।
शपथ लेने के दूसरे ही दिन उद्धव ठाकरे को लगा बड़ा झटका, कांग्रेस ने रखी नई डिमांड, शरद पवार भी… उद्धव राजनीति से दूर वन्यजीवों, खासकर सांप की प्रजातियों से काफी लगाव रखते हैं। सांपों से प्रेम उद्धव ठाकरे को शायद विरासत में ही मिला है।
क्योंकि एक वक्त था जब बाला साहेब ठाकरे भी सांपों के लिए काम करते थे। थर्ड जेनरेशन से भी कनेक्शन
सांपों से कनेक्शन के मामला बाला साहेब और उद्धव तक ही सीमित नहीं है बल्कि ठाकरे परिवार की थर्ड जेनरेशन को भी सांपों से कासा लगाव है।
सांपों से कनेक्शन के मामला बाला साहेब और उद्धव तक ही सीमित नहीं है बल्कि ठाकरे परिवार की थर्ड जेनरेशन को भी सांपों से कासा लगाव है।
उद्धव के छोटे बेटे तेजस ठाकरे ने इसी वर्ष पश्चिमी घाटों पर सांप की एक नई प्रजाति की खोज भी कर दी। देश के इस शहर में मिल रही है सोने की नौकरी, 1 लाख रुपए वेतन भी…जमकर पहुंच रहे लोग
बेटे ने की सांपों की नई प्रजाति की खोज इस प्रजाति का नाम भी तेजस के नाम पर ‘बोइगा ठाकरेयी’ रख दिया गया। इंडियन हरपिटॉलजिकल सोसायटी के निदेशक और पुणे के कटराज स्नेक पार्क के संस्थापक नीलिमकुमार खैरे ने तीनों पीढ़ियों का सांपों के साथ लगाव देखा है।
1995 से शुरू हुआ सफर
सांपों से लगाव तो उद्धव को शुरू से रहा, लेकिन इस काम उन्होंने 1995 से शुरू किया। उन्हें कटराज पार्क में एंट्री जब एंट्री नहीं मिली तो उन्होंने काफी संघर्ष किया, तभी उनका ये लगाव जगजाहिर हुआ।
सांपों से लगाव तो उद्धव को शुरू से रहा, लेकिन इस काम उन्होंने 1995 से शुरू किया। उन्हें कटराज पार्क में एंट्री जब एंट्री नहीं मिली तो उन्होंने काफी संघर्ष किया, तभी उनका ये लगाव जगजाहिर हुआ।