तमाम वैज्ञानिकों की रिसर्च रिपोर्ट (Research Report) के अनुसार कोरोना संक्रमण ने सबसे पहले दस्तक पिछले साल 31 दिसंबर को दी थी। वैज्ञानिक इस रहस्यमयी वायरस को समझने में लगे हुए थे, लेकिन इसे जटिल तत्वों के चलते ये इसे ठीक से पहचान नहीं पा रहे थे।
वैज्ञानिकों के मुताबिक वायरस के फैलने की शुरुआत चीन के वुहान में सीफूड मार्केट से हुई है। इसी के चलते चाइना ने मार्केट को 1 जनवरी को बंद कर दिया। मगर तब तक वैज्ञानिक इस वायरस की सटीक पहचना नहीं कर पाए थे, लेकिन 9 दिन बाद यानी 9 जनवरी को कोरोना वायरस की पहचान हो सकी।
कोरोना वायरस का पहला मामला 13 जनवरी को थाइलैंड में सामने आया। जहां एक 61 वर्षीय महिला इसकी चपेट में आई। वह चीन से आई थी। 20वें दिन पता चला कैसे फैलता है वायरस
वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस पर रिसर्च की। इसमें पता चला कि वायरस एक से दूसरे व्यक्ति में छूने से फैलता है। इसलिए लोगों को दूरी बनाने के लिए कहा गयाा।
चीन के वुहान से निकाला कोरोना वायरस 24वें दिन यूरोप पहुंच गया। बताया जाता है कि यूरोप में कई लोग लूनर न्यू ईयर में छुट्टियां मनाने देश-विदेश से आते हैं। इसी दौरान चीन से आए कुछ लोगों के जरिए वहां वायरस फैल गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले भले ही इस वायरस की ताकत को नहीं समझ पाए। तभी उन्होंने इसे हलके में ले लिया, लेकिन वायरस ने अमेरिका को भी अपनी गिरफ्त में ले लिया। यहां संक्रमण से करीब 13 हजार की मौत हो गई, जबकि 4 लाख से जयादा संक्रमित हैं।
कोरोना वायरस चीन से निकलकर यूरोप और अमेरिका पहुंच गया। बाद में धीरे-धीरे ये पूरी दुनिया में छा गया। इसकी पुष्टि 31 जनवरी को हुई। 36वें दिन चीन के बाहर पहली मौत
कोरोना वायरस से हुई पहली मौत की खबर 36वें दिन मिली। मामला फिलीपींस का है। यहां वुहान से आए मरीज की मौत हो गई थी।
कोरोना वायरस का 31वां मरीज 50वें दिन सामने आया। बताया जाता है कोरोना संक्रमित एक महिला के चलते दक्षिण कोरिया में हजारों लोग संक्रमित हुए। क्योंकि वह दो चर्चों में गई थी।
कोरोना का खतरा इटली में भी खूब देखने को मिला। यहां स्थितियां खराब होने लगी और संक्रमित लोगों की जान तेजी से जाने लगी। 71वें दिन डब्ल्यूएचओ ने घोषित की महामारी
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते कोरोना के 71वें दिन यानी 11 मार्च को डब्ल्यूएचओं ने इसके महामारी घोषित कर दिया।
कोरोना वायरस का कहर जहां लगभग ज्यादातर शक्तिशाली देशों को अपनी गिरफ्त में ले चुका था, वहीं भारत अभी भी इसे ठीक से समझ नहीं पा रहा था। तभी काफी दिन बीत जाने के बाद आखिरकार 85वें दिन भारत ने पूरे देश में लॉकडाउन लगाया।
कोरोना वायरस 93वें दिन तक पूरी दुनिया में पूरी तरह से फैल चुका था। इससे संक्रमित लोगों के साथ मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ। डब्ल्यूएचओं के मुताबिक पूरी दुनिया में मौत का आंकड़ा 50 हजार के पार हो गया।
कोरोना वायरस के चलते 99वेंदिन में दुनिया के लगभग चार सौ करोड़ लोग लॉकडाउन में रहने लगे। वहीं 100 दिन पूरे होने से पहले ही चीन ने वुहान में लॉकडाउन हटा दिया।