बताया जा रहा है कि बच्ची की मौत मल्टी ऑर्गन फेल्योर की वजह से हुई। बच्ची का हार्ट और किडनी दोनों ही फेल हो गई थी। बच्ची के परिजनों में से किसी को भी कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है। पूरे जामनगर जिले में भी कोई अन्य केस कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है।
लॉकडाउन खत्म होने का अनुमान केवल अटकलें, गर्मी के चलते और बढ़ सकता है कोरोना : डॉ. गंगाखेडकर जिला प्रशासन की जांच में पता चला था कि शिशु के पिता मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और जामनगर में मजदूरी करते हैं। उनके विदेश यात्रा का कोई इतिहास नहीं है। इस मामले के सामने आते ही स्वास्थ्य अधिकारी यह पता लगाने में जुट गए हैं कि किसके संपर्क में आने से बच्चे को संक्रमण हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि शिशु की मंगलवार की शाम जामनगर के सरकारी अस्पताल में मौत हुई। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जामनगर के डीएम रवि शंकर ने कहा कि चूंकि बच्चे के माता—पिता सामान्य मजदूर हैं और उन्होंने हाल फिलहाल में कोई विदेश यात्रा नहीं की थी। इसलिए स्वास्थ्य अधिकारी संक्रमण के स्रोत का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। डीएम शंकर ने बताया कि बच्चे की हालत बिगड़ने के बाद उसके माता पिता उसे शनिवार को सरकारी अस्पताल लेकर आए थे।
Corona Crisis : चीन ने भारत को दिए 1.70 लाख PPE सूट रविवार को बच्चे के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। शंकर ने कहा कि बच्चे का इलाज चल रहा है। उसके माता पिता में कोई लक्षण नहीं हैं। सतर्कता के लिहाज से उन्हें क्वारनटाइन में रखा गया है।
बता दें कि गुजरात में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 175 हो गई है। मंगलवार को 10 नए मामले कोरोना पॉजिटिव पाए गए।