मरकज से जुड़े मामले में साउथ-ईस्ट दिल्ली के डीसीपी आरपी मीणा का कहना है कि हमने कार्यक्रम को रद्द और भीड़ न एकत्रित करने को लेकर मरकज को 23 मार्च और 28 मार्च को नोटिस दिया था। डीसीपी ने बताया कि हमने उनसे आग्रह किया था कि इन दिनों कोरोना महामारी फैली है। लिहाजा, कार्यक्रम को रद्द कर दिया जाए। लेकिन, नोटिस देने के बावजूद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। साथ ही लॉकडाउन के आदेशों का भी उल्लंघन किया गया। उन्होंने कहा कि अब इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस कार्रवाई करेगी।
गौरतलब है कि कार्यक्रम एक मार्च से 15 मार्च के बीच था और विदेशों से आए लोग यहां रुके हुए थे। इस पूरे मामले में जमात के मौलाना यूसुफ का कहना है कि जिस वक्त लॉकडाउन की घोषणा हुई उस वक्त सभी विदेशी मेहमान यहीं ठहरे थे। लिहाजा, सरकार के आदेश का पालन किया गया और जो जहां था वहीं ठहर गया। यहां आपको बता दें कि तबलीगी जमात का सेंटर होने के चलते देश ही नहीं, पूरी दुनिया से लोग यहां आते हैं। इसके बाद उन्हें अलग-अलग समूहों में विभिन्न शहरों और कस्बों में इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए भेजा जाता है। हाल ही में यहां आयोजित एक कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग जुटे थे। वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकार मरकज के मौलाना के खिलाफ FIR दर्ज कराएगी।