आपको बता दें कि तीनों ही राज्यों में निवार के खतरे के चलते एनडीआरएफ ने अपनी कमर कस ली है। करीब 30 टीमों को तीन राज्यों में तैनात किया गया है। यही नहीं इसके अलावा तत्काल तैनाती के लिए 20 और टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। हर टीम में करीब 40 सदस्य शामिल हैं।
चक्रवाती तूफान निवार का खतरा तीन राज्यों के 15 जिलों पर सबसे ज्याद मंडरा रहा है। यही वजह है कि समुद्र किनारे वाले ज्यादातर शहरों में अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही समुद्र किनारे रहने वाले हजारों लोगों को आश्रय गृहों में स्थानांतरित कर दिया गया है।
प्रशासन की ओर से लोगों को शांत रहने, अफवाहों पर ध्यान न देने, मोबाइल फोन चार्ज रखने, रेडियो सुनने, क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश न करने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही कहा जा रहा है कि अगर आपका वर्तमान घर सुरक्षित नहीं है तो घर का बिजली का कनेक्शन बंद कर दें और घर छोड़कर सुरक्षित जगह पर चले जाएं।
IMD के मुताबिक चक्रवात निवार बुधवार देर शाम कराईकल और ममल्लापुरम के बीच एक ‘बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान’ तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से टकरा सकता है।
आपको बता दें कि निवार इस साल बंगाल की खाड़ी में आया दूसरा चक्रवात है। इससे पहले मई में चक्रवात अम्फान (Amphan) ने बंगाल और ओडिशा के कई इलाकों में तबाही मचाई थी।