
अगामी 16 अक्टूबर से आम बजट पर काम शुरू होगा।
नई दिल्ली। पूरा देश इस समय कोरोना वायरस ( COVID-19 in India ) संकट से जूझ रहा है। हालांकि, Unlcok के तहत देश को दोबारा खोला जा रहा है और जीवन को पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है। इसी बीच खबर आ रही है कि अगामी आम बजट ( Union Budget ) को लेकर वित्त मंत्रालय 16 अक्टूबर से काम शुरू कर देगा। इसके लिए, गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दिया गया है।
16 अक्टूबर से बजट पर काम शुरू
बजट को लेकर गुरुवार को जो अधिसूचना जारी किया गया है, उसमें कहा गया है कि वित्त मंत्रालय अगामी 16 अक्टूबर से बजट पर काम करेगा। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह बजट तीसरा होगा। बताया जा रहा है कि इस बार बजट में कोरोना महामारी को लेकर आर्थिक वृद्धि में जो गिरावट आई है और साथ ही राजस्व संग्रह में जो कमी आई है उन सभी समस्याओं से निपटने के उपाय पर काम करने होंगे। बजट परिपत्र (2021-22) में कहा गया है कि वित्तीय सलाहकारों को यह तय करना चाहिए कि परिशिष्ट एक से सात में शामिल इन बैठकों से संबंधित सभी जरूरी ब्योरा UBIS के आरई मॉड्यूल में शामिल किया जाए। यहां आपको बता दें कि व्यय सचिव के अन्य सचिवों और वित्तीय सलाहकारों के साथ चर्चा पूरी होने के बाद बजट को अंतिम रूप दिया जाएगा। परिपत्र में कहा गया है कि इस बार बजट पूर्व बैठक अगामी 16 अक्टूबर से शुरू होगी और नवंबर के पहले हफ्ते तक जारी रहेगी।
एक फरवरी को पेश किया जा सकता है बजट
कहा ये भी जा रहा है कि साल 2021-22 का आम बजट एक फरवरी को पेश किया जा सकता है। क्योंकि, मोदी सरकार ने फरवरी के अंत में बजट पेश करने की परंपरा को खत्म कर दिया था, जो अग्रेजों के जमाने से चला आ रहा था। बदलाव के बाद एक फरवरी, 2017 को तत्काली वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सबसे पहली बार बजट पेश किया था। हालांकि, इस बार कोरोना महामारी के कारण बजट थोड़ा अलग भी हो सकता है। कई सारे बदलाव भी हो सकते हैं। अब देखना ये है कि मोदी सरकार इस बार अाम बजट किस तरह तैयार करती है और आम जनता को इससे फायदा होता है या फिर नुकसान।
Published on:
02 Oct 2020 10:26 am
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