क्या होता है वर्टिकल ट्रांसमिशन ( What is Vertical Transmission )
ससून जनरल हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक्स डिपार्टमेंट की हेड डॉ. आरती किणिकर ने बताया कि जब किसी व्यक्ति को संक्रमण होता है तो यह मुख्य रूप से किसी संक्रमि व्यक्ति के संपर्क में आने से होता है। यदि मां संक्रमित है, तो स्तनपान या किसी अन्य कारण से बच्चा संक्रमित हो सकता है। लेकिन, वर्टिकल ट्रांसमिशन में जब बच्चा गर्भाशय में ही होता है और मां को संक्रमण होता है, या वह सिमटोमैटिक या असिमटोमैटिक है, तो वह नाल के माध्यम से बच्चे में संक्रमण स्थानांतरित कर सकती है। देश में ऐसा पहला मामला जब किसी बच्चे को प्लेसेंटा के माध्यम से कोरोना वायरस संक्रमण फैला है।
तीन हफ्ते बाद स्वस्थ हुई बच्ची
अधिकारियों का कहना है कि तीन हफ्ते के इलाज के बाद बच्ची बिल्कुल ठीक हो गई है। बच्ची को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि 27 मई को 22 साल की गर्भवती महिला ने बच्ची को जन्म दिया था। प्रसव से पहले महिला को बुखार की शिकायत थी। डॉक्टरों ने मां का कोविड-19 टेस्ट किया तो आरटी-पीसीआर टेस्ट निगेटिव आया था। लेकिन, बच्ची में लक्षण दिखने लगे थे। इसके बाद बच्ची के नासोफेरींजल स्वाब, प्लेसेंटा और गर्भनाल को जांच के लिए भेजा गया, जो कोविड-19 से संक्रमित पाए गए।