दिल्ली, यूपी, ओडिशा, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, झारखंड, पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल इन पांच बातों पर फोकस की सलाह
पीएम मोदी से 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन बढ़ाए जाने की स्थिति में पांच बातों पर जोर देने को कहा। इनमें
लॉकडाउन के बीच दिन रात कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज में जुटे डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों की जान की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को पुलिस प्रोटेक्शन मिले। दरअसल पिछले दिनों में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ पर हमले से लेकर उनके साथ बदसलूकी के कई मामले सामने आई थे। ऐसे में राज्यों ने कहा है कि लॉकडाउन बढ़ता है तो स्वास्थ्यकर्मियों का प्रोटेक्शन होना चाहिए।
लॉकडाउन बढ़ाना जरूरी है, लेकिन इस बीच इस गृहमंत्रालय को ये रोजमर्रा की जरूरी चीजें जैसे राशन और दवाईयां आदि की आपूर्ति को सुनिश्चित करना होगा। ताकि अगले 15 दिन तक किसी तरह की पैनिक स्थिति ना बने।
कोरोना मरीजों के इलाज और संक्रमण के चलते टेस्टिंग के लिए रैपिड किट की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। हर राज्य को अपने यहां हजारों की तादाद में रैपिड किट की जरूरत है। ऐसे में रैपिड किट की डिलीवरी में तेजी लाई जानी चाहिए।
देश में लगे 21 दिन के लॉकडाउन के चलते कई राज्यों में आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में राज्यों ने मांग की है कि अवधि बढ़ाए जाने पर आर्थिक पैकेज दिए हैं।
देश की रीढ़ कहे जाने वाले अन्नदाता लॉकाडाउन के चलते बेहाल हैं। ऐसे में राज्यों ने लॉकाडाउन को बढ़ाने के चलते खेती और इंडस्ट्री से जुड़ी चीजों में राहत देने की बात कही है।