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कश्मीरी युवकों के हाथ में पत्थर नहीं कंप्यूटर देखना चाहता हूं: राजनाथ

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, हम कश्मीर के युवाओं के हाथ में पेन और लैपटॉप देखना चाहते हैं न कि पत्थर और हथियार

Aug 21, 2016 / 05:06 pm

सुनील शर्मा

rajnath singh

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नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कश्मीर में जारी हिंसा और कर्फ्यू मामले में कहा कि ‘हमें केवल कश्मीर की जमीन से नहीं, वहां के लोगों से भी मोहब्बत है। हम कश्मीर के युवाओं के हाथ में पेन और लैपटॉप देखना चाहते हैं न कि पत्थर और हथियार।’

भाजपा की तिरंगा यात्रा में शिरकत करने पहुंचे राजनाथ ने पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि एक देश का आतंकी दूसरे देश के लिए हीरो नहीं हो सकता। उन्होंने आतंकी बुरहान वानी को शहीद बताने वाले पाकिस्तान के रवैये पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी भी आतंकी को हीरो बनाना गलत है। राजनाथ ने अपने पाकिस्तान दौरे का जिक्र करते हुए कहा, ”मैं जब वहां गया तो और जो कुछ हुआ हो, लेकिन मैंने भारत का सिर झुकने नहीं दिया।”



पीएम मोदी की तारीफ की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि देश को पहली बार ऐसा प्रधानमंत्री मिला है, जिसने कहा चलो सफाई करो। उन्होंने कहा, ‘चीन हो या पाकिस्तान हमारा नौजवान हिन्दुस्तान के साथ एकजुट होकर खड़ा दिखाई देगा ठीक उसी तरह जैसे शाहजहांपुर के अमर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल व अशफाक उल्ला खां की दोस्ती थी। अब आजादी को सुनिश्चित रखने की जिम्मेदारी हिन्दुस्तान के नौजवानों की है।’

पाकिस्तान पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ बराबर नापाक हरकतें कर रहा है और हिन्दुस्तान में रहने वाला मुसलमान बराबर इसका विरोध करता है। हम चाहते हैं कि भारत जगतगुरू के पद पर बना रहे मगर कुछ लोग नफरत फैलाने का काम करते हैं। सिंह ने किसी पार्टी का नाम लिए बिना कहा कि राजनीति देश के लिए करिए, जाति धर्म के लिये नहीं। राजनीति तो हिन्दुस्तान के लिये करनी चाहिये मगर आज राजनीति जाति और धर्म के लिये की जा रही है।

इस अवसर पर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां तथा ठाकुर रोशन सिंह की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उन्होने कहा कि अंग्रेजों के देश छोडऩे के 70 वर्ष पूरे होने पर भाजपा सरकार ने हिन्दुस्तान के कोने-कोने में जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का फैसला लिया है। यही तिरंगा यात्रा का मूल उद्देश्य है।

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