इसरो पीएसएलवी की डिजाइनिंग या कंट्रोल सिस्टम में कोई बदलाव नहीं करेगा। इस बीच इसरो के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक पीएसएलवी अपने अगले मिशन में नेविगेशन उपग्रह नहीं ले जाएगा। इसरो नेविगेशन उपग्रह से पहले अर्थ ऑब्जर्वेशन कार्टोसैट-2 श्रृंखला का एक उपग्रह भेजने की योजना बना रहा है।
अगले नौवहन उपग्रह की भी तैयारीवहीं, भारतीय क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली ‘नाविक’ श्रृंखला के एक नाकाम पड़े उपग्रह का रिप्लेसमेंट भेजने की भी तैयारी हो रही है। यह
आईआरएनएसएस 1 आई उपग्रह होगा। इस उपग्रह को एसेंबल करने के लिए निजी क्षेत्र के इंजीनियरों की एक टीम को इसरो प्रशिक्षित कर रहा है।
हालांकि, इसरो उपग्रह केंद्र के निदेशक एम.अन्नादुरै के मुताबिक आईआरएनएसएस 1 आई उपग्रह को तैयार करने की समय सीमा मई 2018 थी और अभी कोई उसमें बदलाव नहीं हुआ है। यह उपग्रह तैयार हो जाने के बाद इसरो के अन्य प्रक्षेपण कार्यक्रमों के मुताबिक इसे समायोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसरो जल्दी ही विकल्प के तौर पर एक अन्य नेविगेशन उपग्रह आईआरएनएसएस-1 जे की मंजूरी के लिए प्रस्ताव रखेगा और मंजूरी हासिल करेगा।