वह बोंगाइगांव जिले के सलबागान गांव में अकेली रहती हैं और भगवान कृष्ण की भक्त हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस मेरे घर आई और मुझे 2020 में नोटिस थमा दिया। इसके बाद लॉकडाउन शुरू हो गया। मैंने पुलिस से पूछा कि आखिर मेरा अपराध क्या है। उन्होंने बताया कि फॉरेन ट्राइब्यूनल का मानना है कि मैं अवैध घुसपैठिया हूं, जो बांग्लादेश से आई हैं। इसलिए मुझे अदालत में पेश होना पड़ेगा।
उनके वकील दीवान अब्दुलरहीम ने बताया कि सेजे बाला के पिता दिगेंद्र चंद्र बोस और उनकी मां बरादा बाला घोष 1947 में पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में धार्मिक उत्पीडऩ के बाद असम आ गए थे। सेजे का जन्म 1951 में मंगलोई जिले के बालोगारा गांव में हुआ। इसी सात उनके पिता का नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स में नाम दर्ज हुआ था। इसके अलावा उनका नाम वोटर लिस्ट में था और पासपोर्ट भी उनके नाम से जारी हुआ था।