रांची। झारखंड में भीड़ द्वारा 29 जून को मीट व्यापारी अलीमुद्दीन अंसारी की हत्या मामले में पुलिस ने कुछ नये खुलासे किए हैं। पुलिस ने बताया उस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसने घटना वाले दिन अलीमुद्दीन की गाड़ी का पीछा कर मुख्य आरोपी को फोन पर सारी जानकारी दे रहा था। आरोपी का नाम राजकुमार है और वह गौरक्षा समिति का कार्यकर्ता रह चुका है। पुलिस के मुताबिक राजकुमार ने करीब 15 किलोमीटर दूर तक अंसारी का पीछा किया था।
अलीमुद्दीन की गाड़ी में बीफ था
झारखंड पुलिस ने अंसारी की गाड़ी से मिले मांस की जांच के बाद कहा है कि, घटना वाले दिन उसकी गाड़ी में बीफ ही था। फिलहाल पुलिस राजकुमार को हिरासत में रखकर पूछताछ कर रही है। कुछ समय पहले भी इन लोगों ने अलीमुद्दीन अंसारी के खिलाफ थाने में शिकायत की थी, लेकिन अंसारी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।
बीजेपी नेता है मुख्य आरोपी
पुलिस ने इस मामले में बीजेपी के जिला मीडिया प्रभारी को मुख्य आरोपी बनाया है। इसके साथ ही 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिसमें दीपक मिश्रा और छोटू वर्मा भी शामिल हैं। आरोप है कि बीजेपी नेता ने ही राजकुमार को अंसारी की गाड़ी का पीछा करने और उसकी जानकारी देने को कहा था।
पहले भी हुई थी अलीमुद्दीन की शिकायत
बताया जा रहा है कि ईद से पहले रामगढ़ थाने में एक शांति बैठक के दौरान दीपक और छोटू ने कहा था कि कुछ लोग बीफ की सप्लाई कर रहे हैं। लेकिन 29 जून को अलीमुद्दीन पर हमले से पहले उन्होंने पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी। सूत्रों के मुताबिक दीपक ने पुलिस से बताया कि उसने अंसारी को एक या दो बार ही मारा था उसके बार भीड़ ने हमला कर दिया।
गौरतलब है कि झारखंड में 2005 में बीफ बैन के लिए कानून पास हुआ था। बावजूद इसके अलीमुद्दीन बेखौफ होकर बीफ की सप्लाई करता था।
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