कांग्रेस महासचिव और महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि NPR पर हमारा स्टैंड साफ है। हम इसे किसी हाल में लागू नहीं करेंगे। खड़गे ने कहा कि NPR को लेकर उद्धव ठाकरे ने जो बयान दिया है, वह उनका व्यक्तिगत मत है। खगड़े ने साफ कहा कि हम ठाकरे को बता दें कि कोई भी फैसला तीनों गठबंधन दलों को एकसाथ लेना चाहिए। उन्हें राज्य में एनपीआर को लागू करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवसेना का कहना है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एनपीआर पर बहुत सोच-समकर फैसला लिया है और इसे वापस नहीं लिया जाएगा।
ठाकरे ने सोमवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार राज्य में एनपीआर के लिए डाटा कलेक्शन में कोई रुकावट नहीं डालेगी। उन्होंने कहा कि एनपीआर नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) से अलग है। एनपीआर जनगणना का हिस्सा है। एनपीआर को हर 10 साल में अपडेट किया जाता है। हालांकि, खड़गे के बयान पर शिवसेना की ओर से फिलाहल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।