किसानों के रेल रोको अभियान के चलते भारतीय रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है। यही नहीं कुछ ट्रेनों के रूट में भी बदलाव किया गया है। ममता बनर्जी को बड़ा झटका देंगे अमित शाह, टीएमसी के इस दिग्गज नेता को बीजेपी में करेंगे शामिल
संयुक्त किसान मोर्चा दोपहर 12 से लेकर शाम 4 बजे तक देशव्यापी रेल रोको आंदोलन करेगा. इस दौरान देशभर में हजारों किसान रेल की पटरियों पर बैठेंगे। यही वजह है कि ट्रेनों को या तो रद्द किया गया है या फिर उनके रूट में बदलाव किया गया है।
आपको बता दें कि किसान नेता राकेश टिकैत इसे रेल रोको नहीं बल्कि रेल खोलो अभियान बता रहे हैं। इन ट्रेनों पर पड़ा असर
रेल रोको अभियान के चलते सबसे ज्यादा असर पंजाब रूट वाली ट्रेनों पर पड़ा है। मुंबई से पंजाब आने-जाने वाली ट्रेनों को या रद्द किया गया है या फिर उनके मार्ग में बदलाव किया गया।
रेल रोको अभियान के चलते सबसे ज्यादा असर पंजाब रूट वाली ट्रेनों पर पड़ा है। मुंबई से पंजाब आने-जाने वाली ट्रेनों को या रद्द किया गया है या फिर उनके मार्ग में बदलाव किया गया।
जिन ट्रेनों के मार्ग बदला है उनमें ट्रेन नंबर…02903, ट्रेन नंबर 02904, ट्रेन नंबर 02925 और ट्रेन नंबर 02926 प्रमुख रूप से शामिल हैं। जवानों की छुट्टियां हुईं रद्द
यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से रेलवे हाई अलर्ट पर है। यही वजह है कि जीआरपी और आरपीएफ के जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। किसानों के रेल रोको आंदोलन के चलते एहतियातन, रेलवे ने बुधवार से ही पंजाब में कई ट्रेनों को पहले ही रद्द कर दिया था. साथ ही कई ट्रेनों के रूट भी बदले गए थे।
यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से रेलवे हाई अलर्ट पर है। यही वजह है कि जीआरपी और आरपीएफ के जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। किसानों के रेल रोको आंदोलन के चलते एहतियातन, रेलवे ने बुधवार से ही पंजाब में कई ट्रेनों को पहले ही रद्द कर दिया था. साथ ही कई ट्रेनों के रूट भी बदले गए थे।
कृषि कानून के विरोध में किसानों का रेल रोको आंदोलन, तैनात की गईं आरपीएसएफ की 20 कंपनियां सितंबर में भी हुआ था रेल रोको अभियान
आपको बता दें कि किसानों ने इससे पहले पिछले वर्ष सितंबर में भी रेल रोको अभियान चलाया था। इसकी वजह से पंजाब में करीब दो महीने तक कई ट्रेनों की आवाजाही पर सीधा असर पड़ा था।
आपको बता दें कि किसानों ने इससे पहले पिछले वर्ष सितंबर में भी रेल रोको अभियान चलाया था। इसकी वजह से पंजाब में करीब दो महीने तक कई ट्रेनों की आवाजाही पर सीधा असर पड़ा था।