दरअसल 14 फरवरी यानी वैलेंटाइंस डे ( Valentine’s Day ) के साथ अरविंद केजरीवाल ( Arvind Kejriwal ) का एक बड़ा ही अनोखा कनेक्शन है। हालांकि यह महज एक इत्तेफाक भी हो सकता है। लेकिन साल 2013 और 2015 का दिल्ली विधानसभा चुनाव में वैलेंटाइंस डे किसी न किसी तरह केजरीवाल से जुड़ा हुआ है।
2013 में दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने 28 और कांग्रेस ( Congress ) ने 8 सीटें जीती और विधानसभा त्रिशंकु रही। आप ने सरकार बनाने के लिए कांग्रेस से हाथ मिला लिया। अरविंद केजरीवाल ने 28 दिसंबर को पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री की शपथ ली। हालांकि, कांग्रेस और आप के बीच बिगड़ते रिश्ते की वजह से गठबंधन टूट गया थे।
इसके बाद केजरीवाल ( Kejriwal ) ने इस्तीफा देने का फैसला किया और उन्होंने 14 फरवरी 2014 का अपने पद से इस्तीफ दे दिया। यह सरकार सिर्फ 49 दिनों तक ही चली। इसके बाद दिल्ली में राष्ट्रपति सरकार लगा दिया गया। चुनाव आयोग ने 12 जनवरी 2015 को दिल्ली में चुनाव की घोषणा की।
साल 2015 में दिल्ली में 7 फरवरी को वोटिंग ( Voting ) हुई थी और 10 फरवरी को चुनाव परिणाम आया था। आप ने इन चुनावों में 67 सीटों पर जीत हासिल की और बीजेपी ( BJP ) को सिर्फ 3 सीटों पर रोक दिया। इन चुनावों में कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी, नतीजतन कांग्रेस ( Congress ) का खाता तक नहीं खुला।
चुनाव में प्रचंड जीत के बाद अरविंद केजरीवाल ने रामलीला मैदान में लगातार दूसरी बार दिल्ली के सीएम के तौर पर शपथ ली। एक साल बाद केजरीवाल ने इस दिन के महत्व को बताते हुए एक ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, ‘पिछले साल, इसी दिन दिल्ली को आप के साथ प्यार हो गया था।
साल 2018 में आप सरकार ने 14 फरवरी को तीन साल पूरे होने पर एक फंक्शन का आयोजन किया था। एक शो में केजरीवाल ने कहा था, ‘नफरत का जवाब नफरत नहीं होता। नफरत का जवाब सिर्फ प्यार से दिया जा सकता है। देश भर में बांटने की राजनीति की जा रही है।
देश के सभी नागरिकों के लिए यह चिंता की बात है। ऐसी स्थिति में कोई भी शांत नहीं रह सकता। हर किसी को इसके खिलाफ अपनी आवाज उठानी होगी। ऐसे में इस बात के कयास लगाए जा रहे है इस वैलेंटाइंस डे पर अरविंद केजरीवाल एक बार फिर 14 फरवरी को सीएम पद की शपथ ले सकते है।