महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने कहा कि अगर सभी लाइट्स को एक साथ बंद कर दिया गया तो इससे ग्रिड फेल हो सकती है। उन्होंने चिंता जताई कि इस प्लान से हमारी सभी आपातकालीन सेवाएं रुक जाएंगी और बिजली बहाल करने में एक हफ्ते का समय लग सकता है। उन्होंने कहा कि मैं लोगों से अपील करूंगा कि वे लाइट बंद न करें। लाइट बंद किए बिना ही मोमबत्ती और लैंप जलाएं। पीएम मोदी की इस अपील से पावर ग्रिड के प्रबंधकों की चिंता बढ़ गई है। वे इस दौरान ग्रिड की स्थिरता सुनिश्चित करने की तैयारी में जुट गए हैं। ग्रिड के एकीकृत संचालन के लिए जिम्मेदार पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन ( POSOCO ) यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है कि ग्रिड के संभावित ठप होने के कारण ग्रिड पर कोई दबाव नहीं आए। साथ ही देश में बिजली व्यवस्था ठप ना हो।
गौरतलब है कि केंद्रीय ऊर्जा नियामक प्राधिकरण ( CERA ) ग्रिड के सामान्य संचालन के लिए 49.95-50.05 हर्त्ज के फ्रीक्वेंसी बैंड की अनुमति देता है और बिजली संचरण में अचानक किसी तरह की कमी आने पर ग्रिड ठप हो सकता है। यहां आपको बता दें कि कोरोना वायरस के खिलाफ पीएम मोदी ने शुक्रवार को एक वीडियो संदेश जारी किया था। अपने संदेश में उन्होंने कहा था कि मोमबत्ती, टॉर्च, फ्लैशलाइट की रोशनी से कोरोना महामारी से फैले अंधकार के बीच हमें निरंतर प्रकाश के बीच जाना है।गौरतलब है कि केंद्रीय ऊर्जा नियामक प्राधिकरण ( CERA ) ग्रिड के सामान्य संचालन के लिए 49.95-50.05 हर्त्ज के फ्रीक्वेंसी बैंड की अनुमति देता है और बिजली संचरण में अचानक किसी तरह की कमी आने पर ग्रिड ठप हो सकता है। यहां आपको बता दें कि कोरोना वायरस के खिलाफ पीएम मोदी ने शुक्रवार को एक वीडियो संदेश जारी किया था। अपने संदेश में उन्होंने कहा था कि मोमबत्ती, टॉर्च, फ्लैशलाइट की रोशनी से कोरोना महामारी से फैले अंधकार के बीच हमें निरंतर प्रकाश के बीच जाना है।