उन्होंने कहा कि देश के वीर जवान हमारी रक्षा के लिए अपनी जान की कुर्बानी देते हैं इस वजह से उन्हें पूरा सम्मान मिलना चाहिए। दीपक कुमार के मुताबिक एनएसएआई इसके लिए अपने कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण भी देगा। प्रशिक्षण में बताया जाएगा कि किस तरह जवानों का सम्मान करें और उनसे कैसा व्यवहार करें। उन्होंने कहा कि जवानों का सम्मान सबसे ज्यादा जरूरी है। इस
काम के लिए एनएचएआई पर्यटन मंत्रालय की मदद भी लेगी। उन्होंने कहा कि हमारे इस कदम से सैनिकों का हौसला और बढ़ेगा।
तस्वीरों में देखिए किस तरह अपनी जान पर खेल कर ग्रामीणों को बचाने में जुटे सेना के जवान एनएचएआई के मुताबिक सशस्त्र बलों के जवानों के आईडी कार्ड की जांच सिर्फ टोल प्लाज पर तैनात उच्च अधिकारियों के द्वारा की जाएगी। किसी अन्य कर्मचारी को आईडी कार्ड जांचने का अधिकार नहीं होगा। एनएचएआई के टोल प्लाजा पर सैनिकों के लिए टोल पहले से ही मुफ्त है।
विरुष्का की ब्रांड वैल्यू 2 साल में होगी 1000 करोड़ पहले ड्रेस को लेकर जारी किया था आदेशआपको बता दें कि एनएचएआई समय-समय पर अपने कर्मचारियों के लिए सर्कुलर जारी करता रहता है। इससे पहले एनएचएआई ने 2016 में ड्रेस कोड का आदेश जारी किया था। इसके बाद से एनएचएआई के कर्मचारी अब नेवी ब्लू शर्ट पैंट, सुरक्षा जैकेट और स्पोर्ट्स कैप में नजर आते हैं।