पढ़ें- Bihar Election: NDA के थीम सॉन्ग पर कांग्रेस का गाना लॉन्च, नीतीश सरकार से पूछा- ‘का किए हो’? बिहार के एक और दिग्गज नेता का निधन जानकारी के मुताबिक, मधुबनी जिले के बाबूबरही से विधायक कपिल देव कामत ने गुरुवार देर रात अंतिम सांस ली। कामत कोरोना वायरस से संक्रमित थे और पटना के एम्स में उनका इलाज चल रहा है। इतना ही नहीं कामत को किडनी की भी समस्या थी और लगातार उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही थी। लिहाजा, उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। लेकिन, गुरुवार को उनका निधन हो गया। कामत के निधन से बिहार ने एक और कद्दावर नेता को खो दिया है। वहीं, एक महीने के भीतर नीतीश सरकार के दो मंत्री का निधन हो गया है। कामत का जेडीयू में अच्छी पकड़ थी। उनके निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कामत जमीन से जुड़े नेता थे और कैबिनेट में मेरे सहयोगी थी। इतना ही नहीं कपिलदेव कामत एक लोकप्रिय नेता और कुशल शासक थे। उनके निधन से मुझे काफी दुख पहुंचा है। नीतीश कुमार ने कहा कि कामत के निधन से बिहार की राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में बड़ी क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कपिल देव कामत का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पढ़ें- मैं किसी का बंधक या गुलाम नहीं, बिहार के लोग मुझे बुला रहे हैं और मैं वहां जाऊंगा- ओवैसी कद्दावर नेताओं में कामत की गिनती गौरतलब है कि कपिल देव की कामत गिनती बिहार के दिग्गज नेताओं में होती थी। साथ ही नीतीश कुमार के वह बेहद करीबी माने जाता थे। नीतीश कुमार ने उन्हें अपनी सरकार में पंचायती राज मंत्री बनाया था। मधुबनी जिले के बाबूबरही विधानसभा क्षेत्र से वह विधायक थे। लेकिन, तबीयत खराब होने के कारण उनकी जगह जेडीयू ने इस बार मीना कामत को टिकट दिया था, जो कि कपिलदेव कामत की बहू हैं।