Patrika Explainer: क्या भारत में समान नागरिक संहिता बनाने की जरूरत है?
नई दिल्लीPublished: Jul 09, 2021 11:04:48 pm
भारतीय समाज अब सजातीय हो रहा है। समाज में जाति, धर्म और समुदाय से जुड़ी बाधाएं मिटती जा रही हैं। इसलिए समान नागरिक संहिता की दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है।
नई दिल्ली। शुक्रवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने यूनिफॉर्म सिविल कोड ( UCC ) की दिशा में आगे बढ़ने की वकालत करते हुए कहा है कि देश में सभी के लिए एक समान कानून होना चाहिए। अदालत के इस रुख ने एक बार यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर जारी बहस को नए सिरे से सामने लाकर रख दिया है। अब सवाल है कि क्या भारत में समान नागरिक संहिता बनाने की जरूरत वास्तव में है?