पीएम मोदी ने देश भर के 20 से अधिक पत्रकारों और प्रिंट मीडिया के अन्य सदस्यों के साथ वीडियो लिंक के माध्यम से बातचीत की और समाचार पत्रों के माध्यम से कोविड-19 को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए कहा। प्रधानमंत्री के साथ बातचीत में 14 स्थानों के पत्रकारों ने हिस्सा लिया, जिनमें 11 भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मीडिया के प्रतिनिधि शामिल रहे।
अभी-अभी पीएम मोदी ने कर दी सबसे बड़ी घोषणा, पूरे देश में आज रात से कर्फ्यू जैसा लॉकडाउन इस दौरान पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी ने पीएम मोदी का अभिवादव करते हुए कहा, सबसे पहले तो मैं आपको बधाई देना चाहता हूं कि आपने देश में जिस आत्मविश्वास की गंगा का प्रवाह किया है, कई-कई शताब्दियों में भी नहीं हुआ। और ये नेतृत्व ही चाहिए इस तरह के प्राकृतिक प्रकोप से लड़ने के लिए।”
उन्होंने आगे कहा, “मेरा तो एक ही आग्रह है कि आपने जो जिस तरह जनता कर्फ्यू का आह्वान किया, सप्ताह में एक बार यह आपका सार्वजनिक आह्वान होता है तो कोई शक नहीं है कि सब आपके साथ होंगे। प्रेस तो हर देश के अंदर आई आपदा में हमेशा एकजुट रहा है। इतिहास साक्षी है, हम सब आपके साथ हैं। आत्मबल ही एक चाहिए जो युद्ध में मदद करता है। आपकी जो प्रेस कॉन्फ्रेंस होती हैं प्रेस के लिए अच्छा यही रहेगा कि उसमें भी स्वास्थ्य मंत्री स्वयं आकर सवालों के जवाब दें।”
कोठारी जी की बात सुनने के बाद पीएम मोदी ने मुस्कुराते हुए जवाब देते हुए कहा, “गुलाब जी आज आपकी इन बातों को सुनकर आपके पिता जी की याद आ गई। उनके साथ मेरा इस विषय में बहुत लंबा संवाद हुआ था।”
बड़ी खबरः जानिए क्या होता है लॉकडाउन और टोटल लॉकडाउन, क्या करें और क्या नहीं ताकि बचे रहे सजा से वहीं, प्रधानमंत्री ने प्रिंट मीडिया के प्रतिनिधियों से कहा, “लोगों को राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर लगातर फीडबैक उपलब्ध कराने में सरकार और जनता के बीच कड़ी की तरह काम करें।” प्रधानमंत्री ने कहा कि समाचार पत्रों ने जबरदस्त विश्वसनीयता का काम किया है, इसलिए यह “अनिवार्य” था कि कोरोना वायरस के बारे में स्थानीय अखबारों के जरिए जागरूकता फैलाई जाए।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोरोनो वायरस परीक्षण केंद्रों के बारे में लोगों को सूचित किया जाए। साथ ही “किसका परीक्षण किया जाना चाहिए, किससे संपर्क करना चाहिए और घर पर कैसे आइसोलेशन प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए”, ये जानकारी समाचार पत्रों और वेब पोर्टलों में लगातार साझा की जानी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने इसके पहले चुनिंदा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आउटलेट के साथ इसी तरह की बातचीत की थी। अब उन्होंने प्रिंट मीडिया से चर्चा की है। उन्होंने कहा, “लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं के स्थान और उपलब्धता की जानकारी भी क्षेत्रीय अखबारों में साझा की जानी चाहिए।” मोदी ने प्रिंट मीडिया से इसके बारे में जागरूकता पैदा करने के अलावा राज्यों द्वारा लॉकडाउन के फैसले के बारे में लोगों को सूचित करने और कोरोनावायरस फैलने से होने वाले असर को प्रमुखता से बताने के बारे में कहा।
कोरोना वायरस पर वैज्ञानिकों का बड़ा खुलासा, बताया- भारत में कब चरम पर पहुंचेगी यह महामारी? प्रधानमंत्री ने कहा कि इस घातक बीमारी के खिलाफ लोगों की लड़ाई की भावना को बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि “निराशावाद, नकारात्मकता और अफवाह फैलाने वालों से निपटा जाए।” मोदी ने कहा कि नागरिकों को इस बारे में आश्वस्त करने की आवश्यकता है कि सरकार कोविड-19 के प्रभाव से मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने मीडिया की प्रशंसनीय भूमिका निभाने के लिए सराहना भी की।