पीएम मोदी ने डूब मरो…डूब मरो…डूब मरो कहा
रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘राजनीति के स्वार्थ में डूबे हुए लोग यह कहने की हिम्मत कैसे करते हैं कि महाराष्ट्र का कश्मीर से क्या लेना-देना? महाराष्ट्र के कितने ही जवान कश्मीर जाते हैं, अपनी शहादत देते हैं, ऐसे में कश्मीर से महाराष्ट्र का वास्ता पूछने वालों को अपनी सोच और बयानों पर शर्म आनी चाहिए। उन्हें अपने बयानों पर डूब मरना चाहिए। नेताओं के बयानों की पीएम मोदी ने डूब मरो…डूब मरो…डूब मरो…कहकर आलोचना की
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कांग्रेस और NCP हर राष्ट्रीय मुद्दों पर विरोध करता रहा
मोदी ने कहा, “चाहे वह सर्जिकल स्ट्राइक हो या बालाकोट हमला या हाल में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 व 35 ए को रद्द करना। उन्होंने हमेशा से इसका विरोध किया और देश या राष्ट्रहित के खिलाफ बोला।उन्होंने कहा कि कोई भी देश, सेना या हमारे सैनिकों के खिलाफ बोलने का साहस नहीं करेगा, लेकिन कांग्रेस-राकांपा ने लगातार ऐसा किया है। पीएम मोदी ने बताया कि “देश हित से जुड़े सभी मामलों में सभी लोगों, राजनीतिक पार्टियों व नेताओं का यह कर्तव्य है कि एकजुट होकर एक सुर में बोलें। अगर उनमें राष्ट्रवाद के लिए कोई सम्मान है।
हिम्मत है तो अनुच्छेद 370 खत्म करके दिखाए
इससे पहले चुनावी रैली में मोदी ने विपक्षी पार्टियों को चुनौती दी थी कि वे अपने महाराष्ट्र चुनाव व भविष्य के चुनावों के घोषणा पत्र में घोषणा करें कि वे रद्द किए गए कानून (अनुच्छेद 370) को पलट देंगे। दोनों पार्टियों के टूटने का दावा करते हुए मोदी ने कहा कि वर्तमान की कांग्रेस इतनी ‘परिवार केंद्रित’ हो गई है कि इसके राष्ट्रवादी आदर्श जिसके साथ इसने भारत की आजादी की लड़ाई लड़ी थी, वह पीछे चला गया है। उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से दृढ़ता के साथ भाजपा को वोट देने और महाराष्ट्र में बहुमत के साथ भाजपा को सत्ता में लाने का आग्रह किया।