लोकेशन ऑफ करने के बाद भी गूगल करता है ट्रैक, निजता के अधिकार का उल्लंघन! ‘मोदी एक मॉडल हैं, हीरो हैं’ जस्टिस शाह से मोदी के भारत पर प्रभाव को लेकर सवाल पूछा गया था। इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘नरेंद्र मोदी एक मॉडल हैं। वह एक हीरो हैं।’ जस्टिस शाह ने 1982 में गुजरात हाईकोर्ट में बतौर वकील अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने कई ऐतिहासिक फैसले भी दिए हैं। शाह के मुताबिक पॉक्सो (प्रिवेंशन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेस) के एक मुकदमे के दौरान उन्होंने फैसले में जो टिप्पणी की थी, वह अब देश के कानून में बदल चुकी है।
पिता करुणानिधि के लिए मरीना बीच पर नहीं मिलती जगह तो मैं मर जाताः स्टालिन …ऐसी थी जस्टिस शाह की कार्यशैली जस्टिस शाह ने अपने कामकाज के संबंध में भी बताया। अपनी कार्यशैली के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें तेजी से मुकदमों का समाधान करने के लिए सबसे तेज जज माना जाता है। उन्होंने कहा, ‘मैंने दिन में 15-16 घंटे काम किया है। दिन भर में 100 से 110 मुकदमे भी सुने हैं और पूरी निष्ठा से काम किया है। मैंने अपने पूरे करियर में पांच लाख से अधिक जजमेंट दिए हैं। और बड़ी बात यह है कि कुछेक मामलों को छोड़कर कोई फैसला सुप्रीम कोर्ट से लौटकर वापस नहीं आया।’