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मैं नरम या कट्टर किसी भी प्रकार हिंदुत्व में यकीन नहीं रखताः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी

locationनई दिल्लीPublished: Aug 14, 2018 06:53:03 pm

‘मैं हिंदुत्व के किसी भी प्रकार में विश्वास नहीं रखता। जो धर्म की राजनीति करते हैं, वे हिंदुत्व की बात करते हैं।’

Rahul

मैं नरम या कट्टर किसी भी प्रकार हिंदुत्व में यकीन नहीं रखताः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी

हैदराबाद। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि वह ‘नरम या कट्टर’ हिंदुत्व के अनुरागी नहीं हैं। संपादकों के साथ बातचीत में राहुल इस बात पर सहमत नहीं हुए कि वह बहुसंख्यक समुदाय को रिझाने के लिए नरम हिंदुत्व को गले लगाएंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं हिंदुत्व के किसी भी प्रकार में विश्वास नहीं रखता, चाहे वह नरम हिंदुत्व हो या कट्टर हिंदुत्व। हिंदू हैं, बस हो गया..जो धर्म की राजनीति करते हैं, वे हिंदुत्व की बात करते हैं। हमें धर्म की राजनीति नहीं करनी है। हिंदू होना और धर्म की राजनीति करना, दो अलग-अलग चीजें हैं।’
‘मोदी के साथ मतभेद व्यक्तिगत नहीं’

राहुल ने कहा कि धार्मिक नेताओं से उनकी मुलाकात और धार्मिक स्थलों पर जाने में कुछ भी गलत नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मतभेद पर उन्होंने जोर देकर कहा कि यह वैचारिक मतभेद है न कि व्यक्तिगत। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि शिवसेना समेत भाजपा के कई सहयोगी मोदी के फिर से प्रधानंमत्री बनने के खिलाफ हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा को हराने के लिए समान विचारधारा वाले दलों के साथ महागठबंधन बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि कांग्रेस नीत गठबंधन केंद्र में अगली सरकार बनाएगा। संसद में मोदी को गले लगाने के सवाल पर राहुल ने कहा कि उनका यह दिखाने का इरादा था कि वह आलोचना करते हैं, लेकिन किसी से नफरत नहीं करते। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया में ज्यादा सक्रियता नहीं दिखाई।
‘गले लगने को पीएम ने गले पड़ना कहा’

राहुल ने आरोप लगाया कि मोदी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को ज्यादा सम्मान नहीं देते हैं। राहुल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने राहुल के गले लगने को संसद में और अगले दिन उत्तर प्रदेश की एक रैली में ‘गले पड़ना’ कहा था, जो नफरत का द्योतक है। राहुल ने कहा कि पार्टी की राज्य इकाइयां समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि तेलंगाना में कांग्रेस सत्ता में आएगी। आंध्र प्रदेश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पार्टी यहां अपनी स्थिति में सुधार कर रही है। वर्ष 2014 में यहां कांग्रेस को खाली हाथ रहना पड़ा था।

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