‘पिता के निधन से पहले की थी स्टालिन से मुलाकात’ स्टालिन ने कहा, ‘डॉक्टर्स ने हमें बता दिया था कि करुणानिधि अब कुछ घंटे ही जिंदा रहेंगे। हम यही सोच रहे थे कि मरीना बीच पर जगह के लिए सरकार से कैसे बात की जाए। वरिष्ठ नेताओं ने मुझसे कहा कि मैं मुख्यमंत्री से ना मिलूं और पार्टी नेताओं को उनसे मिलने दूं। लेकिन मैंने खुद उनसे घर जाकर मुलाकात की। मैंने पलनिसामी का हाथ अपने हाथ में लेकर उनसे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री के लिए मरीना बीच पर जगह मांगी थी।’
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हैदराबाद दौरे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, अपनी शादी को लेकर दिया रोचक बयान …इस शख्स की टीम को दिया श्रेय स्टालिन ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पहले कानून का हवाला देकर इजाजत नहीं दी थी और फिर विचार करने की बात कही थी। लेकिन करुणानिधि की मौत के बाद उन्होंने फिर जगह देने से इनकार कर दिया। स्टालिन ने मरीना बीच पर जगह मिलने का श्रेय एडवोकेट विल्सन की टीम को दिया। उन्होंने कहा कि विल्सन ने ही उनसे हाईकोर्ट जाने की अनुमति मांगी थी। इस बैठक में ही स्टालिन को पार्टी कार्यकारिणी ने नेतृत्व के लिए समर्थन भी दिया। गौरतलब है कि पार्टी से निकाले जा चुके करुणानिधि के बड़े बेटे एमके अलागिरी ने भी रिश्तेदारों और पिता के वफादारों के अपने साथ होने का दावा किया है।