पश्चिम बंगाल: विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को सियासी मात देने के लिए चक्रव्यूह बनाने में जुटी BJP
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में कई मंत्री भी शामिल हो सकते हैं। बता दें कि अपने पहले कार्यकाल के दौरान भी पीएम नरेंद्र मोदी कई बार सरकारी अफसरों से मुलाकात करते रहे हैं। ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि प्रधानमंत्री अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान भी नौकरशाहों के साथ पहले जैसे संबंध बरकरार रखेंगे।
पीएमओ स्टाफ के साथ बैठक
30 मई को नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। शपथ ग्रहण समारोह के एक दिन बाद पीएम ने पीएमओ स्टाफ से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में पीएम मोदी ने पीएममो कर्मचारियों के काम की तारीफ की। प्रधानमंत्री मोदी ने तारीफ करते हुए कहा था, ‘सरकारी योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाने में पीएमओ की ओर से किया गया कार्य सराहनिय है।बता दें कि जब 2014 में मोदी देश के प्रधानमंत्री बनने थे तो उन्होंने इसी तरह सरकारी नौकरशाहों से मुलाकात की थी। बैठक में प्रधानमंत्री ने विभिन्न मामलों पर अफसरों से उनकी राय और टिप्पणियां मांगी थी। आपको बता दें कि अफसरों की राय को पीएम मोदी ज्यादा तवज्जों देते हैं। ताकि बनाई गई योजनाएं उनके माध्यम से आसान तरीके से देश की जनता तक पहुंच सके।
बनाई थी 8 सचिवों की कमेटी
अफसरों की राय और टिप्पणियां पीएम मोदी के लिए कितना महत्वपूर्ण है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पीएम मोदी ने 2016 में 8 सचिवों की एक कमेटी बनाई थी। इस कमेटी से पीएम ने गवर्नेंस के तरीकों में नए बदलाव के लिए एक कार्ययोजना मांगी थी। यही नहीं मोदी सरकार ने अफसरों की ओर से सुझाए गए कई योजनताओं को अमल में भी लाया था।