दरअसल कोरोना संक्रमण के बीच जेल में बंद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को बड़ी राहत मिल सकती है। वह जेल से बाहर आ सकते हैं।
कोरोना को हराने के लिए सीएम केजरीवाल ने बनाया 5 T प्लान, जानिए कैसे करेगा काम देशभर में पैर पसार रहे कोरोना के चलते सरकार आरजेडी सुप्रीम लालू प्रसाद यादव को पैरोल देने पर विचार कर रही है। दरअसल लालू यादव को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के आधार पर पैरोल दिया जा सकता है।
राज्य सरकार के मंत्री बादल के मुताबिक सरकार इस पर विचार कर रही है। पैरोल को लेकर राज्य सरकार ने कारा विभाग से बातचीत की है। आपको बता दें कि देशभर में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के खतरे के बीच राज्य सरकारें जेलों में कैद सजायाफ्ता मुजरिमों को पैरोल पर रिहा कर रही हैं। पैरोल पर रिहा करने के लिए हाल में सुप्रीम कोर्ट ने ही निर्देश दिए थे।
पुणे की नर्स छाया से पीएम मोदी की बातचीत को लेकर सामने आई बड़ी वजह, जानिए क्या है पूरा मामला कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लालूआपको बता दें कि लालू प्रसाद यादव पिछले कई दिनों से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। यही वजह है कि उन्हें जेल में रखने की बयाज रिम्स अस्पताल में रखा गया है जहां वे लगातार अपना इलाज करवा रहे हैं।
लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के चलते हो सकता है सरकार उन्हें जल्द पैरोल पर रिहा कर दे। लालू यादव फिलहाल रिम्स के पेईंग वार्ड में भर्ती हैं। कुछ दिनों पहले ही आठ सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने रिम्स में चल रहे लालू प्रसाद के इलाज की समीक्षा की थी। इसमें तय हुआ था कि लालू प्रसाद यादव को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली स्थित एम्स नहीं भेजा जाएगा।
उनके किडनी रोगों की जांच के लिए एम्स से नेफ्रोलॉजिस्ट बुलाया जाएगा। लालू प्रसाद सीकेडी (क्रोनिक किडनी डिजीज) स्टेज 3 के मरीज हैं। साथ ही अन्य कई बीमारियां भी है। आपको बता दें कि आरजेडी सुप्रीम लालू प्रसाद यादव वर्ष 1990 से 1994 के बीच देवघर कोषागार से पशु चारे के नाम पर अवैध ढंग से 89 लाख, 27 हजार रुपये निकालने के आरोप में सजा भुगत रहे हैं। हालांकि, ये पूरा चारा घोटाला 950 करोड़ रुपये का है, जिनमें से एक देवघर कोषागार से जुड़ा केस है।